- बस्ती में पुलिस फोर्स तैनात, पुलिस की उपस्थिति में हुआ अंतिम संस्कार

- हत्यारोपियों को पुलिस ने भेजा जेल, गिरफ्तारी के लिए पुलिस की दबिश

आगरा। गढ़ी चांदनी में खेत में रास्ते के विवाद को लेकर एक ही परिवार में हुए खूनी संघर्ष में मौत के बाद तनाव के हालात हैं। इलाके में ऐहतियात के तौर पर फोर्स तैनात कर दिया गया है।

मुकदमा दर्ज कराया

एत्माद्दौला के गढ़ी चांदनी में मोहन सिंह के खेत से छोटे भाई हरिप्रसाद का रास्ता था। मोहन सिंह के बेटों ने इसे बंद कर दिया। इसको लेकर शुक्रवार शाम हुए खूनी संघर्ष में हरिप्रसाद की जान चली गई। जबकि उनके बेटे और बेटी घायल हो गए। हरिप्रसाद के बेटे पवन ने इस मामले में मोहन सिंह, उनके बेटे विपिन, प्रदीप, अजीत और मनोज के खिलाफ हत्या और जानलेवा हमले की धाराओं में मुकदमा दर्ज करा दिया।

हत्यारोपी के घरों में लटके ताले

गढ़ी चांदनी में खूनी संघर्ष के बाद आरोपी पक्ष घर से ताला लगाकर फरार हो गया। इनमें से तीन भाइयों को पुलिस ने देर रात गिरफ्तार कर लिया। मोहन सिंह का परिवार घर से ताला लगाकर फरार हो गया। रात में ही पुलिस ने दबिश देकर इनमें से प्रदीप, मोहन और अजीत को गिरफ्तार कर लिया। बस्ती में तनाव को देखते हुए पुलिस फोर्स तैनात कर दिया। शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद पुलिस की मौजूदगी में हरिप्रसाद का अंतिम संस्कार हुआ। घायल परिवार के सदस्य अभी अस्पताल में भर्ती हैं।

सर पर हमले से हुई मौत

पुलिस ने संघर्ष के बाद मौके से खून से सनी कुल्हाड़ी, बांक, एक लोहे की रॉड, दो लाठियां और खून से सनी दो ईट बरामद की। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हरिप्रसाद की मौत सिर में चोट के कारण बताई गई है। पुलिस को आशंका है कि हरिप्रसाद की हत्या ईटों से सिर में प्रहार कर की गई है।

मोहन और उसके बेटे करते थे विवाद

मोहन सिंह की आम शोहरत ठीक नहीं है। उनकी गांव में किसी से नहीं बनती है। दयालबाग में रहने वाले उनके भाई हेमंत की बेटी ने बताया कि कुछ साल पहले इसी तरह मोहन सिंह और उनके बेटों ने उनसे झगड़ा किया था। इसके बाद ही वे गांव छोड़कर दयालबाग में रहने लगे।

भूखे पशुओं को डाला चारा

आरोपी अपने घरों से ताला लगाकर भाग गए। उनके घर के बाहर पशु भूखे बंधे है। शनिवार शाम को पुलिस ने उनके लिए स्थानीय लोगों की मदद से चारे का इंतजाम कराया। गांव के अधिकतर लोगों ने मोहन सिंह के पशुओं को भी चारा देने से इन्कार कर दिया।