-कई मोहल्ले में हाईटेंशन लाइन के नीचे और आसपास बने हैं हजारों घर

<कई मोहल्ले में हाईटेंशन लाइन के नीचे और आसपास बने हैं हजारों घर

- - बिठूर में 2 स्टूडेंट्स के अलावा हाईटेंशन लाइन ले चुकी है जानें

<बिठूर में ख् स्टूडेंट्स के अलावा हाईटेंशन लाइन ले चुकी है जानें

--जान से खिलवाड़ रोकने की जिम्मेदारी नहीं निभा रहे केस्को, ट्रांसमिशन और पुलिस ऑफिसर

-सेफ्टी नॉ‌र्म्स को तोड़कर अभी हाईटेंशन लाइन के नीचे व आसपास बन रहे कई मोहल्लों में मकान

<जान से खिलवाड़ रोकने की जिम्मेदारी नहीं निभा रहे केस्को, ट्रांसमिशन और पुलिस ऑफिसर

-सेफ्टी नॉ‌र्म्स को तोड़कर अभी हाईटेंशन लाइन के नीचे व आसपास बन रहे कई मोहल्लों में मकान

KANPUR: kanpur@inext.co.in

KANPUR: जानबूझकर मौत से खिलवाड़ करने वालों की सिटी में कमी नहीं है। एक-दो नहीं सैकड़ों लोगों ने एलटी व एचटी लाइन ही नहीं, 1.32 लाख वोल्ट की हाईटेंशन लाइन के नीचे भी घर बना लिए हैं। फ्राईडे को इसी वजह से बिठूर में दो स्टूडेंट्स की मौत हो गई। भिंड में भी 6 लोगों की मौत की वजह हाईटेंशन लाइन साबित हुई। शायद इन घटनाओं से जिम्मेदार ऑफिसर और लोग कुछ सबक लें। वरना कभी भी बिजली लोगों और उनके फैमिली मेंबर्स पर कहर बनकर टूट सकती है। हालांकि अभी तक इस भयानक खतरे से खेल रहे लोगों को रोकने के नाम पर ट्रांसमिशन, केस्को व पुलिस भी केवल खाना पूरी ही कर रही है। वैसे भी केस्को की जर्जर और झूलती इलेक्ट्रिसिटी लाइनों का भरोसा नहीं ये कब टूटकर गिर जाए और मौत का सबब बनें? कल्याणपुर, मेहरबान सिंह का पुरवा, गुमटी और जाजमऊ में पहले भी कुछ इसी तरह की घटनाएं हो चुकी हैं। जिनमें लोगों की जान भी जा चुकी है।

नहीं है परवाह

सिटी में से एक नहीं कई मोहल्ले हैं जहां पर घर एक्स्ट्रा हाईटेंशन लाइन (132 केवी वोल्ट) के नीचे बना लिए गए। इस लिस्ट में विकास नगर- मकड़ी खेड़ा रोड के एक साइड बसे अग्निहोत्री नगर, हरिकिशन नगर, गोमती नगर, बालाजी पुरम भी शामिल हैं। ज्यादातर मोहल्ले सोसाइटीज द्वारा बसाए गए हैं। यहां पर 132 केवी आजाद नगर ट्रांसमिशन स्टेशन भी ही है। ट्रांसमिशन के ऑफिसर्स के सामने अभी भी लोग एक्स्ट्रा हाईटेंशन लाइन के नीचे घर बना रहे हैं, लेकिन वे रोकने या टोकने की जहमत नहीं उठा रहे है। सस्ती जमीन के लालच में फंसकर लोग भी जानबूझकर खतरे से खेलने से परहेज नहीं कर रहे हैं। यही हाल कल्याणपुर खुर्द, वकील नगर, कल्याणपुर, गूबा गार्डेन, मिर्जापुर, नया शिवली रोड, अर्मापुर में भी है, जहां सेफ्टी नॉ‌र्म्स को तोड़ते हुए एक्स्ट्रा हाईटेंशन लाइन के नीचे या आसपास घर बना लिए हैं। व‌र्ल्ड बैंक बर्रा, दबौली, लक्ष्मीपुरवा, रामादेवी, विकास नगर रोड, जीटी रोड रावतपुर आदि मोहल्लों में घर और दुकानों की बालकनी बढ़ा लिए जाने वो केस्को की हाईटेंशन लाइन की जद में आ चुके हैं। इन घरों व दुकानदारों की जरा सी लापरवाही फ्राईडे को बिठूर में हुई घटना दोहरा सकती है।

<जानबूझकर मौत से खिलवाड़ करने वालों की सिटी में कमी नहीं है। एक-दो नहीं सैकड़ों लोगों ने एलटी व एचटी लाइन ही नहीं, क्.फ्ख् लाख वोल्ट की हाईटेंशन लाइन के नीचे भी घर बना लिए हैं। फ्राईडे को इसी वजह से बिठूर में दो स्टूडेंट्स की मौत हो गई। भिंड में भी म् लोगों की मौत की वजह हाईटेंशन लाइन साबित हुई। शायद इन घटनाओं से जिम्मेदार ऑफिसर और लोग कुछ सबक लें। वरना कभी भी बिजली लोगों और उनके फैमिली मेंबर्स पर कहर बनकर टूट सकती है। हालांकि अभी तक इस भयानक खतरे से खेल रहे लोगों को रोकने के नाम पर ट्रांसमिशन, केस्को व पुलिस भी केवल खाना पूरी ही कर रही है। वैसे भी केस्को की जर्जर और झूलती इलेक्ट्रिसिटी लाइनों का भरोसा नहीं ये कब टूटकर गिर जाए और मौत का सबब बनें? कल्याणपुर, मेहरबान सिंह का पुरवा, गुमटी और जाजमऊ में पहले भी कुछ इसी तरह की घटनाएं हो चुकी हैं। जिनमें लोगों की जान भी जा चुकी है।

नहीं है परवाह

सिटी में से एक नहीं कई मोहल्ले हैं जहां पर घर एक्स्ट्रा हाईटेंशन लाइन (क्फ्ख् केवी वोल्ट) के नीचे बना लिए गए। इस लिस्ट में विकास नगर- मकड़ी खेड़ा रोड के एक साइड बसे अग्निहोत्री नगर, हरिकिशन नगर, गोमती नगर, बालाजी पुरम भी शामिल हैं। ज्यादातर मोहल्ले सोसाइटीज द्वारा बसाए गए हैं। यहां पर क्फ्ख् केवी आजाद नगर ट्रांसमिशन स्टेशन भी ही है। ट्रांसमिशन के ऑफिसर्स के सामने अभी भी लोग एक्स्ट्रा हाईटेंशन लाइन के नीचे घर बना रहे हैं, लेकिन वे रोकने या टोकने की जहमत नहीं उठा रहे है। सस्ती जमीन के लालच में फंसकर लोग भी जानबूझकर खतरे से खेलने से परहेज नहीं कर रहे हैं। यही हाल कल्याणपुर खुर्द, वकील नगर, कल्याणपुर, गूबा गार्डेन, मिर्जापुर, नया शिवली रोड, अर्मापुर में भी है, जहां सेफ्टी नॉ‌र्म्स को तोड़ते हुए एक्स्ट्रा हाईटेंशन लाइन के नीचे या आसपास घर बना लिए हैं। व‌र्ल्ड बैंक बर्रा, दबौली, लक्ष्मीपुरवा, रामादेवी, विकास नगर रोड, जीटी रोड रावतपुर आदि मोहल्लों में घर और दुकानों की बालकनी बढ़ा लिए जाने वो केस्को की हाईटेंशन लाइन की जद में आ चुके हैं। इन घरों व दुकानदारों की जरा सी लापरवाही फ्राईडे को बिठूर में हुई घटना दोहरा सकती है।

मासूम, युवा और बुजुर्ग, सब हुए हैं शिकार

फ्राईडे को बिठूर में दो स्टूडेंट की मौत से पहले गुबा गार्बेन कल्याणपुर रोड के पास हाईटेंशन लाइन टूटने से एक व्यक्ति की चपेट में आकर मौत हो चुकी है। इससे पहले बर्रा में टूटी हाईटेंशन लाइन से चिपक एक मासूम की हो गई थी। गुमटी में तो हाईटेंशन लाइन टूटने से एक कार व स्कूटर जल गए थे। जाजमऊ में एक टेनरी ओनर तो बाल-बाल बच गए थे, उनकी गाड़ी के आगे हाईटेंशन लाइन टूटकर गिर गई थी। कल्याणपुर डिवीजन में छत पर कपड़े फैला रही युवती उपर से निकली हाईटेंशन की चपेट में आ गई थी। इसलिए केस्को की या ट्रांसमिशन लाइन से दूर रहने में भलाई है। वैसे भी केस्को हाईटेंशन लाइन टूटना अब आम बात हो चुकी है। दशकों पुराने ये लाइन ओवरलोडिंग के कारण और भी जर्जर हो चुकी है। झूलती हुई ये लाइनें अक्सर टूट जाती है

<मासूम, युवा और बुजुर्ग, सब हुए हैं शिकार

फ्राईडे को बिठूर में दो स्टूडेंट की मौत से पहले गुबा गार्बेन कल्याणपुर रोड के पास हाईटेंशन लाइन टूटने से एक व्यक्ति की चपेट में आकर मौत हो चुकी है। इससे पहले बर्रा में टूटी हाईटेंशन लाइन से चिपक एक मासूम की हो गई थी। गुमटी में तो हाईटेंशन लाइन टूटने से एक कार व स्कूटर जल गए थे। जाजमऊ में एक टेनरी ओनर तो बाल-बाल बच गए थे, उनकी गाड़ी के आगे हाईटेंशन लाइन टूटकर गिर गई थी। कल्याणपुर डिवीजन में छत पर कपड़े फैला रही युवती उपर से निकली हाईटेंशन की चपेट में आ गई थी। इसलिए केस्को की या ट्रांसमिशन लाइन से दूर रहने में भलाई है। वैसे भी केस्को हाईटेंशन लाइन टूटना अब आम बात हो चुकी है। दशकों पुराने ये लाइन ओवरलोडिंग के कारण और भी जर्जर हो चुकी है। झूलती हुई ये लाइनें अक्सर टूट जाती है

कहीं आफत ना बन जाएं

क्8 अप्रैल- क्क् हजार वोल्ट की लाइन का इलेक्ट्रिसिटी पोल नानकारी में टूटा

क्क् अप्रैल- आवास विकास हंसपुरम को जाने वाली इलेक्ट्रिसिटी लाइन टूटी

क्0 अप्रैल- फ्फ् हजार वोल्ट की लाइन टूटने से कालपी रोड और गुमटी सबस्टेशन ब् घंटे तक ठप रहे

क्0 अप्रैल- चमनगंज थाने के पास फ्फ् हजार वोल्ट की लाइन का पोल टूटकर गिरा

ये हैं नॉ‌र्म्स

-क्.फ्ख् लाख वोल्ट की लाइन के सेंटर से दोनों ओर क्फ्.भ् मीटर कंस्ट्रक्शन नहीं होना चाहिए।

-ख्.ख्0 लाख वोल्ट की लाइन के मिडिल से दोनो ओर क्7.भ् मीटर कन्स्ट्रक्शन नहीं होना चाहिए।

-फ्फ् हजार वोल्ट की लाइन से घर या बालकनी की दूरी कम से ख्.8 मीटर (हॉरीजेन्टल) होनी चाहिए

-क्क् हजार वोल्ट की लाइन से कंस्ट्रक्शन की दूरी कम से कम क्.ख् मीटर हॉरीजेंटल होनी चाहिए।

(नॉ‌र्म्स ऑफिसर्स के मुताबिक हैं)

एक्स्ट्रा हाईटेंशन लाइन पहले बनी हुई थी, लोगों ने घर बाद में बनाए हैं। जो बहुत ही खतरनाक है। कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है। घर बनाते समय लोगों को नोटिस भी दिए और सेफ्टी नॉ‌र्म्स बताते हुए नोटिस का प्रकाशन भी कई बार कराया गया है। बावजूद इसके लोग नहीं मानते हुए। सीधे कार्रवाई का और कोई अधिकार ट्रांसमिशन के पास नहीं है। बिना पुलिस-प्रशासन की मदद से ये समस्या हल नहीं हो सकती है।

- शेखर अग्रवाल, सुपरिटेंडेंट इंजीनियर ट्रांसमिशन

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कई मोहल्लों में लोगों बालकनी व अन्य अवैध निर्माण केस्को की एलटी और एचटी लाइन के करीब तक कर लिया है। इसके लिए इलेक्ट्रिसिटी क्9भ्म् के अ‌र्न्तगत उन्हें नोटिस भी जारी की गई। आवश्यक कार्रवाई के लिए ये जानकारी केडीए और पुलिस को भी दी जाती है। केस्को के पास ऐसे खतरनाक कंस्ट्रक्शन को रोकने या तोड़ने का पॉवर नहीं है। बिठूर में एलटी लाइन पर गिरी टीनशेड को निकालने के दौरान हादसा हुआ है।

- एसएन बाजपेई, एमडी केस्को

बॉक्स-

एलटी लाइन गिरने से युवक की मौत

यन्हृक्कक्त्र: पनकी के कपली गांव के पास खेतों में काम कर रहा युवक एलटी लाइन टूटने करंट की चपेट में आ गया। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। कपली गांव निवासी दीपेंद्र सिंह कुशवाहा सैटरडे सुबह अपने खेतों में सब्जी तोड़ने गया था। उसी दौरान खेत के किनारे खंबे की एलटी लाइन टूटने से वह उसकी चपेट में आ गया।