- फावड़े से सिर पर हमला कर ली जान

- बांसगांव के सिरसिया मोड़ की घटना

GORAKHPUR: बांसगांव एरिया के सिरसिया-भीटी मोड़ द्बद्भ मनबढ़ों ने फावड़े से हमला करके बुजुर्ग की जान ले ली। मामूली बात पर हुई हत्या से इलाके में तनाव फैल गया। रविवार की सुबह घटना की सूचना पर चार घंटे देर से पहुंची पुलिस को लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। पुलिस के रवैये से आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम करके प्रदर्शन किया। तनाव को देखते हुए गांव में भारी संख्या में फोर्स तैनात करनी पड़ी। पुलिस- प्रशासन के अफसर मौके पर पहुंचे। कड़ी कार्रवाई के आश्वासन पर पुलिस डेड बॉडी को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज सकी।

मिट्टी का ढेर हटाने पर विवाद

बांसगांव के धुसुना निवासी केसरी लाल, उनके भाई विंदेश्वरी रविवार की सुबह बाग से मिट्टी निकालने गए। सिरसिया-भीटी मोड़ के पास मिट्टी निकालकर सड़क किनारे रखने लगे। करीब सवा छह बजे बांसगांव निवासी बंटी उर्फ सूर्य प्रकाश ट्रक पर बालू लादकर कहीं जा रहा था। रास्ते में मिट्टी का ढेर लगने से उसे ट्रक रोकना पड़ा। ट्रक रुकने पर उसने बुजुर्गो को गाली देना शुरू कर दिया। विंदेश्वरी और केसरी ने गाली देने का विरोध किया तो मारपीट पर उतारू हो गया। आरोप है कि बंटी ने अपने चचेरे भाई पंकज सिंह को फोन करके बुला लिया। कहासुनी के दौरान दोनों भाइयों ने फावड़े से बुजुर्गो पर हमला बोल दिया।

सिर में लगी गंभीर चोट

मारपीट में केसरी के सिर में फावड़े से गंभीर चोट लग गई। लहूलुहान केसरी सड़क पर गिरकर तड़पने लगे। उनकी हालत देखकर आरोपी भाग निकले। शोर मचाते हुए विंदेश्वरी गांव में पहुंचे। हत्या की सूचना पर गांव के लोग जमा हो गए। घायल को लोग अस्पताल ले जाने का इंतजाम करते। इसके पहले उनकी मौत हो गई। लोगों ने घटना की सूचना बांसगांव पुलिस को दी। लेकिन काफी देर तक मौके पर पुलिस नहीं पहुंची। धीरे-धीरे आसपास के गांव के लोग भी आ गए। पब्लिक के जुटने से बांसगांव-पाली- भैंसारानी रोड पर आवागमन ठप हो गया। करीब चार घंटे बाद बांसगांव पुलिस मौके पर पहुंची तो लोगों ने जमकर भड़ास निकाली। पब्लिक का गुस्सा देखकर बडहलगंज, गोला, गगहा, बेलीपार और खजनी थानों की फोर्स बुलानी पड़ी। एसपी ग्रामीण ब्रजेश सिंह, एसडीएम गोला मोतीलाल सिंह, सीओ चौरीचौरा और सीओ बांसगांव भी पीएसी के साथ पहुंच गए।

डेड बॉडी उठाने से किया मना

पुलिस की लापरवाही से गुस्साए लोगों ने डेड बॉडी उठाने से मना कर दिया। थाने की गलती पर पुलिस अधिकारियों को फजीहत झेलनी पड़ी। काफी प्रयास के बाद पुलिस पंचनामा भर सकी। मान-मनौव्वल के बाद लोगों ने डेड बॉडी उठने दिया। पब्लिक का गुस्सा देखकर पुलिस फौरन कार्रवाई में जुट गई। मृतक केसरी के बेटे अमरनाथ से तहरीर लेकर आरोपियों के खिलाफ नामजद मुकदमा कर लिया। अभियुक्तों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के आश्वासन पर लोगों ने सड़क खाली की। इस दौरान करीब चार घंटे तक आवागमन ठप रहा। तनाव को देखते हुए अफसरों ने गांव में पीएसी तैनात कर दी।

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चार घंटे में चार किलोमीटर चली पुलिस

अपराध की सूचना पर मिलने पर पुलिस का रिस्पांस टाइम करने का दावा हवा में है। सूचना देने के बावजूद पुलिस समय से नहीं पहुंच रही। बांसगांव में हत्या की सूचना पर पुलिस समय पहुंचती तो लोगों का गुस्सा नहीं भड़कता। घटनास्थल से महज चार किलोमीटर दूर थाना से फोर्स को पहुंचने में चार घंटे लग गए। पुलिस का रिस्पांस टाइम देखकर पब्लिक का गुस्सा भड़का। अफसरों को भी गांव में फजीहत झेलनी पड़ी।