- सीएसजेएमयू के ग‌र्ल्स हॉस्टल में हर 15 दिन के अंतराल पर काउंसिलिंग सेल लगाएगी वर्कशॉप

ट्यूजडे को छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय में ग‌र्ल्स हॉस्टल में काउंसलिंग सेल की ओर से तनाव प्रबंधन पर वर्कशॉप का आयोजन किया गया। वर्कशॉप का शुभारंभ विश्वविद्यालय काउंसलिंग सेल के प्रभारी डॉ। सुधांशु राय, एनडी कॉलेज की प्राचार्या डॉ। नूतन वोहरा एवं ग‌र्ल्स हॉस्टल वार्डन वारशी सिंह द्वारा किया गया। हॉस्टल वार्डन ने बताया की काउंसलिंग की क्या उपयोगिता है और हॉस्टल में काउंसलिंग क्यों जरूरी है? उन्होंने कहा कि हॉस्टल वार्डन का रोल वहां पर रह रहे छात्रों के लिए मां एवं बहन के जैसा होता है। जहां पर छात्राएं अपनी भावनाओं को वार्डन के साथ साझा कर सकती हैं।

उन्होंने कहा की ग‌र्ल्स हॉस्टल में 15 दिनों के अंतराल पर काउंसलिंग सेल के सहयोग से विभिन्न विषयों पर कार्यशाला आयोजित की जाती रहेंगी। विश्वविद्यालय काउंसलिंग सेल प्रभारी डॉ। सुधांशु राय ने काउंसिलिंग सेल की रूपरेखा के बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि काउंसलिंग मुख्यत: दो प्रकार की हैं। एक पर्सनल काउंसलिंग और एक करियर काउंसलिंग। आज छात्राएं सबसे ज्यादा चिंतित हैं तो अपना करियर को लेकर। ऐसे में काउंसलर उनको सही दिशा प्रदान कर सकता है पर्सनल काउंसलिंग में आत्म संतुष्टि सबसे महत्वपूर्ण है और आत्म संतुष्टि ही जीवन का लक्ष्य होना चाहिए। काउंसिलिंग सेल सदस्य आईआईटी की काउंसलर डॉक्टर शर्मिष्ठा चक्त्रवर्ती ने छात्राओं के साथ अपने अनुभव साझा किए और उन्हें तनाव से दूर रहने के उपायों के बारे में विस्तार से बताया। वर्कशॉप के समापन के दौरान धन्यवाद ज्ञापन ग‌र्ल्स हॉस्टल की वार्डन डॉ। कल्पना अग्निहोत्री ने दिया। इस अवसर पर ग‌र्ल्स हॉस्टल वार्डन डॉ। ममता सागर एवं हॉस्टल की लगभग 100 छात्राएं उपस्थित रहे।