- एनुअल टारगेट का 52 प्रतिशत पूरा कर पाया रजिस्ट्री विभाग

- पिछला टारगेट नहीं हो सका पूरा, इस बार बढ़ेगा टारगेट

- शासन ने विभागीय अधिकारियों से किया जबाव-तलब

Meerut : नोटबंदी का सबसे ज्यादा असर रियल एस्टेट पर दिखाई दिया। वित्तीय वर्ष 2016-17 में महज 52.13 फीसदी टारगेट ही रजिस्ट्री विभाग पूरा कर पाया। हालांकि, इस दौरान सालभर बड़े पैमाने पर स्थलीय निरीक्षण कर रजिस्ट्री विभाग ने 6.30 करोड़ रुपये की पेनाल्टी वसूली है।

खरीद-फरोख्त नहीं हुई

मेरठ में जमीन और प्रॉपर्टीज की खरीद-फरोख्त में रिकार्ड कमी दर्ज की गई। टारगेट का महज 52 प्रतिशत ही रजिस्ट्री विभाग अचीव कर पाया। विभागीय अधिकारी इसे नोटबंदी और बढ़े सर्किल रेट का असर मान रहे हैं। एन्युअल स्टेटमेंट आने से अधिकारियों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। सरकार ने मेरठ प्रशासन से टारगेट को पूरा न कर पाने पर सवाल भी कर दिया है। मेरठ के 6 सब रजिस्ट्रार एरिया में सर्वाधिक कलेक्शन मेरठ प्रथम (57.57 प्रतिशत) रहा तो सब रजिस्ट्रार कार्यालय मेरठ तृतीय ने सबसे कम (46.79 प्रतिशत) रेवेन्यू कलेक्शन रहा।

ये हैं आंकड़े

सब रजिस्ट्रार लक्ष्य कुल आय प्रतिशत

मेरठ-प्रथम 142.24 81.88 57.57

मेरठ-द्वितीय 76.39 40.52 53.05

मेरठ-तृतीय 175.78 82.25 46.79

मेरठ-चतुर्थ 63.19 31.38 49.67

मवाना 48.08 26.70 55.54

सरधना 92.02 48.81 53.05

योग 597.70 311.56 52.13

नोट: धनराशि करोड़ में।

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बन रहा है रिपोर्ट कार्ड

मुख्यालय, सब रजिस्ट्रार का रिपोर्ट कार्ड तैयार कर रहा है। वार्षिक लक्ष्य की प्राप्ति में पिछड़े निबंधन विभाग से शासन ने जबाव-तलब किया है। मुख्यालय की ओर से विभिन्न सब रजिस्ट्रार कार्यालय द्वारा किए गए एचीवमेंट की जानकारी के साथ-साथ सब रजिस्ट्रार की तैनाती तिथि की जानकारी मांगी गई है। जिला प्रशासन के माध्यम से यह जानकारी शासन को भी भेजी जा रही है।

बढ़ जाएगा टारगेट

टारगेट इस बार भी बढ़ेगा। आलम यह है कि गत वित्तीय वर्ष का टारगेट निबंधन विभाग पूरा नहीं कर पाया जबकि सरकार ने टारगेट को बढ़ाने की पूरी तैयारी कर ली है।

छापेमारी में मारा तीर

रेवेन्यू कलेक्शन में रजिस्ट्री विभाग जहां पीछे रहा तो वहीं छापेमारी में अफसरों ने जमकर तीर मारा है। मेरठ में 2528 रजिस्ट्री का मौका मुआयना किया गया जिसमें से कम स्टांप की 395 रजिस्ट्री से विभाग ने 6.30 करोड़ रुपये वसूलकर खजाने में अदा कराए हैं।

एक नजर

अधिकारी मौका मुआयना सही केस कम स्टांप जमा कराए स्टांप

एआईजी स्टांप 562 477 85 1.86 करोड़

मेरठ-प्रथम 402 344 58 20 लाख

मेरठ-द्वितीय 327 266 61 30 लाख

मेरठ-तृतीय 348 293 55 2.93 करोड़

मेरठ-चतुर्थ 264 203 61 38 लाख

मवाना 415 374 41 34 लाख

सरधना 210 176 34 27 लाख

योग 2528 2133 395 6.30 करोड़

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वर्जन

रजिस्ट्री विभाग समेत विभिन्न विभागों के टारगेट के सापेक्ष प्राप्तियों की जानकारी शासन को मुहैया कराई जा रही है। विभागों द्वारा बीते वर्ष की गतिविधियों की जानकारी भी रिपोर्ट में शामिल होगी।

गौरव वर्मा, एडीएम वित्त एवं राजस्व