मिली जानकारी के अनुसार, हाईकोर्ट के आदेश पर मंगलवार को बागमली स्थिति वासुदेव मंदिर तोडऩे पहुंची पुलिस को लोगों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। लोग मंदिर के सामने ही सड़क पर बैठ गए और पुलिस के विरोध में नारेबाजी करने लगे। देर शाम तक पुलिस आक्रोशित लोगों को समझाने-बुझाने का प्रयास करती रही। रात्रि लगभग 9 बजे घटनास्थल पर डीएम और एसपी के पहुंचते ही लोग आक्रोशित हो गए और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। अचानक हुए पथराव से पुलिस बल को समझने का मौका नहीं मिला। हालात इतनी बेकाबू हो गई कि डीएम-एसपी को भी घटनास्थल से भागना पड़ा। इसी दौरान भीड़ ने छपरा नगर थाने में पदस्थापित एक सब इंस्पेक्टर की सर्विस रिवाल्वर भी छीन ली। सभी घायलों को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। लोगों ने घटनास्थल पर बुलायी गयी जेसीबी को भी क्षति पहुंचायी। आक्रोश को देखते हुए रात में पुलिस वहां से हट गई। इधर घटना की सूचना मिलते ही आईजी पारसनाथ, कमिश्नर अतुल प्रसाद व डीआईजी भी हाजीपुर पहुंच गए.
नगर थाने का किया घेराव
बुधवार सुबह पुन: मंदिर तोडऩे का विरोध करते हुए सैकड़ों लोगों ने हाजीपुर-लालगंज मार्ग को जाम कर दिया। पुलिस भी बड़ी संख्या में वहां पहुंच गई। उधर स्थानीय सर्किट हाउस में तिरहुत कमिश्नर अतुल प्रसाद, आईजी पारसनाथ, डीआईजी समेत कई वरीय पदाधिकारियों की बैठक में आगे की रणनीति बनायी जाने लगी। कई जिलों के एसपी और डीएसपी को भी हाजीपुर बुला लिया गया था। दोपहर में सुनवाई की अगली तिथि निर्धारित होने की जानकारी मिलने पर पुलिस घटनास्थल से वापस हट गई। इधर पुलिस के हटते ही बुधवार की दोपहर आक्रोशित लोगों की भीड़ ने नगर थाने का घेराव कर दिया.
6 पर नामजद प्राथमिकी
राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) सुनील कुमार ने बताया कि हाजीपुर में एक मंदिर का अवैध अतिक्रमण हटाने के क्रम में हुए उपद्रव, आगजनी और दारोगा संजय कुमार का सर्विस रिवॉल्वर लूटे जाने के मामले में छह नामजद समेत कुल पांच हजार अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। रिवॉल्वर को बरामद कर लिया गया है.
मिली जानकारी के अनुसार, हाईकोर्ट के आदेश पर मंगलवार को बागमली स्थिति वासुदेव मंदिर तोडऩे पहुंची पुलिस को लोगों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। लोग मंदिर के सामने ही सड़क पर बैठ गए और पुलिस के विरोध में नारेबाजी करने लगे। देर शाम तक पुलिस आक्रोशित लोगों को समझाने-बुझाने का प्रयास करती रही। रात्रि लगभग 9 बजे घटनास्थल पर डीएम और एसपी के पहुंचते ही लोग आक्रोशित हो गए और पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। अचानक हुए पथराव से पुलिस बल को समझने का मौका नहीं मिला। हालात इतनी बेकाबू हो गई कि डीएम-एसपी को भी घटनास्थल से भागना पड़ा। इसी दौरान भीड़ ने छपरा नगर थाने में पदस्थापित एक सब इंस्पेक्टर की सर्विस रिवाल्वर भी छीन ली। सभी घायलों को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। लोगों ने घटनास्थल पर बुलायी गयी जेसीबी को भी क्षति पहुंचायी। आक्रोश को देखते हुए रात में पुलिस वहां से हट गई। इधर घटना की सूचना मिलते ही आईजी पारसनाथ, कमिश्नर अतुल प्रसाद व डीआईजी भी हाजीपुर पहुंच गए.
बुधवार सुबह पुन: मंदिर तोडऩे का विरोध करते हुए सैकड़ों लोगों ने हाजीपुर-लालगंज मार्ग को जाम कर दिया। पुलिस भी बड़ी संख्या में वहां पहुंच गई। उधर स्थानीय सर्किट हाउस में तिरहुत कमिश्नर अतुल प्रसाद, आईजी पारसनाथ, डीआईजी समेत कई वरीय पदाधिकारियों की बैठक में आगे की रणनीति बनायी जाने लगी। कई जिलों के एसपी और डीएसपी को भी हाजीपुर बुला लिया गया था। दोपहर में सुनवाई की अगली तिथि निर्धारित होने की जानकारी मिलने पर पुलिस घटनास्थल से वापस हट गई। इधर पुलिस के हटते ही बुधवार की दोपहर आक्रोशित लोगों की भीड़ ने नगर थाने का घेराव कर दिया।
राज्य के अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) सुनील कुमार ने बताया कि हाजीपुर में एक मंदिर का अवैध अतिक्रमण हटाने के क्रम में हुए उपद्रव, आगजनी और दारोगा संजय कुमार का सर्विस रिवॉल्वर लूटे जाने के मामले में छह नामजद समेत कुल पांच हजार अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। रिवॉल्वर को बरामद कर लिया गया है।
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