- भूकंप की दहशत के बीच 55 फीसदी ने छोड़ दी आरओ-एआरओ की परीक्षा

ALLAHABAD: समीक्षा अधिकारी एवं सहायक समीक्षा अधिकारी बनने के ख्वाब पर भूकंप की दहशत भारी पड़ गई। संडे को भ्7ख् पदों के लिए आयोजित हुई परीक्षा में महज ब्भ् प्रतिशत अभ्यर्थी ही शामिल हुए। ये भी परीक्षा के दौरान ईश्वर से सलामती की दुआ मांगते रहे।

यूपीपीएससी की आरओ एआरओ परीक्षा के लिए प्रदेश भर से फ्7फ्म्म्ब् अभ्यर्थियों ने आवेदन किया था। संडे को प्रदेश के ख्ख् शहरों के 80ब् परीक्षा केंद्रो पर दो पालियों की परीक्षा का आयोजन किया गया। इसमें प्रदेश भर में कुछ क्म्8ब्क्ख् अभ्यर्थी ही शामिल हुए। आयोग के परीक्षा नियंत्रक प्रभुनाथ ने बताया कि सुबह 9:फ्0 से क्क्:फ्0 एवं दोपहर ख्:फ्0 से फ्:फ्0 बजे तक दो पालियों आयोजित परीक्षा में इलाहाबाद में बनाए गए ख्ब् परीक्षा केंद्रों पर सर्वाधिक म्म् फीसदी अभ्यर्थी तथा आगरा में सबसे कम फ्क् फीसदी परीक्षार्थी शामिल हुए।

तारी रहा भूकंप का भय

एग्जाम देकर परीक्षा केंद्रों से बाहर निकले अभ्यर्थियों ने बताया कि यह हमारे धैर्य की भी परीक्षा थी। क्योंकि करियर के सबसे महत्वपूर्ण एग्जाम पर कंसंट्रेट करने में भूकंप का भय हमारी कड़ी परीक्षा ले रहा था। परीक्षार्थियों ने बताया कि पहली पाली में जीएस, जीके, मैथ एवं रिजनिंग के क्ब्0 प्रश्न पूछे गए। मैथ्स के क्वैश्चन अधिक थे, लेकिन पेपर ओवर आल बैलेंस्ड था। दूसरी पाली में हिन्दी का पेपर था, जिसमें म्0 क्वैश्चन पूछे गए।

- फ‌र्स्ट मीटिंग की परीक्षा के समय ही सभी चिंतित थे। दोपहर में आये भूकंप के झटके के बाद दूसरी पाली की परीक्षा दहशत के बीच दी। कॅरियर के लिए रिस्क लेना पड़ा।

गंगा

- दूसरी पाली की परीक्षा के दौरान भूकंप के भय से कंसंट्रेशन नहीं बन पा रहा था। लेकिन फ्यूचर को देखते हुए धैर्य से काम लिया।

प्रतिभा

- मै पटना से परीक्षा में देने आया हूं।

सैटरडे को आये भूकंप के बाद घर वाले एग्जाम देने जाने के लिए तैयार नहीं हो रहे थे। लेकिन आज फिर जब भूकंप का झटका लगा तो फिर से मन में शंका बन गई।

संजीत

- क्लास रूम में एग्जाम के समय बार बार पंखे पर नजर जा रही थी। मन में शंका बनी रही कि कही फिर से तो सैटरडे की तरह ही दोबार भूकंप का झटका तो नहीं आ गया। पूरे समय ये आशंका बनी रही थी।

शैलेंद्र