GORAKHPUR:

टेरर फंडिंग के मामले में मोबाइल कारोबारी भाईयों के एटीएस के हत्थे चढ़े जाने के बाद उनका परिवार भी घर छोड़कर फरार हो गया है। हालांकि परिवार के लोग इस मामले में कहीं शामिल नहीं हैं, लेकिन माना जा रहा है कि घटना के बाद हो रही परिवार की बदनामी और मीडिया से बचने के लिए किसी गुप्त स्थान पर शिफ्ट हो गए हैं। शहर के गांधी गली स्थित आशियाना अपार्टमेंट और हरिओम नगर स्थित मकान पर ताला लटका हुआ है। वहीं, सिक्योरिटी गार्ड से लेकर आरोपियों के सगे रिश्तेदार भी उनके बारे में किसी तरह की कोई जानकारी देने से इंकार कर रहे हैं। गौरतलब है कि गिरफ्तार आरोपी भाई नसीम व नईम अरशद उर्फ बॉबी का शहर में एक नही बल्कि तीन-तीन आलीशान मकान है। सूर्य विहार कॉलोनी से लेकर गांधी गली और हरिओम नगर कॉलोनी में मकान है। गिरफ्तारी के दो दिनों बाद तक तो परिवार के लोग यहां तक की दोनों आरोपियों की पत्‍ि‌नयां भी घर पर मौजूद थीं। जोकि अपने पति और देवर की बेगुनाही का डंका पिटती रहीं। लेकिन मंगलवार को अचानक तीनों मकानों पर ताला लटक गया। परिवार के लोग घर छोड़कर किसी गुप्त स्थान पर फरार हो गए।

बाकी भाईयों से भी पूछताछ करेगी एटीएस

मंगलवार को एटीएस द्वारा आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर लिए जाने के बाद आरोपियों ने पूछताछ में कई चौकाने वाले खुलासे किए हैं। एटीएस सूत्रों के मुताबिक लश्कर-ए-तैय्यबा से सीधे संपर्क में रहा नईम अरशद उर्फ बॉबी के बड़े भाई नसीम को तो एटीएस ने गिरफ्तार किया ही है, लेकिन जल्द ही उसके दोनों अन्य भाईयों को भी टीम हिरासत में लेकर पूछताछ करेगी। दरअसल नसीम व अरशद का मोबाइल कारोबार सिर्फ गोरखपुर तक ही नहीं सीमित है बल्कि उसके दो अन्य भाई लखनऊ व दिल्ली से लेकर थाईलैंड तक इस कारोबार को फैला चुके हैं। पूछताछ के आधार पर एटीएस को जो जानकारी मिली है, उसके मुताबिक नसीम ब्रदर्स का इसी की आड़ में विदेशों में आना-जाना रहता था। इतना ही नहीं एटीएस सभी भाईयों के पासपोर्ट की भी जांच करा रही है कि उनके पासपोर्ट पर कब और कहां का वीजा लगा है। अरशद के भाई असद ने सितंबर 2016 में अपने फेसबुक पर अरशद को बधाई देते हुए कहा था कि उसका यूएसए का वीजा मिल गया है। अब एटीएस उनके विदेशी कनेक्शन की पड़ताल कर रही है।

फेसबुक पर किस्तम आजमाता है भाई

वहीं, नसीम व अरशद का बीच का भाई असद नईम ही इनके कारोबार का मुखिया बताया जा रहा है। आरोपियों के करीबियों के मुताबिक असद दिल्ली में बैठा पूरे मोबाइल कारोबार का बादशाह है। हालांकि असद या उसके सबसे छोटे भाई पर किसी तरह की कोई कार्रवाई नहीं हुई है, लेकिन एटीएस सूत्रों के मुताबिक दोनों की तलाश की जा रही है। पूछताछ के लिए अन्य दोनों भाईयों को भी टीम हिरासत में लेगी। वहीं, असद अपने फेसबुक अकांउट पर सोशल मीडिया एप के जरिए लगातार अपनी किस्मत आजमाता रहा है। इसके लिए उसने खुद अपने फेसबुक वाल पर पोस्ट किया है कि कब तक उसकी जिंदगी और है, उसका शुभ समय कब आएगा?, उसकी कुंडली उसके भविष्य के बारे में क्या कहती है जैसे तमाम पोस्ट किए हैं। ऐसे में इन सबको देख ऐसा लग रहा है कि उसे अपने भाईयों की हरकत का कहीं न कहीं अंदाजा था। शायद उसे पता था कि चंद दिनों की यह पांच सीतारा जिदंगी कभी भी जेल की हवा खिला सकती है।