PATNA/AHMEDABAD : गुजरात में हो रही हिंसक घटनाओं के चलते उत्तर भारतीयों का पलायन जारी है। 20 हजार से अधिक उत्तर भारतीय यहां से पलायन कर चुके हैं। इनमें से अधिकांश बिहार के निवासी हैं। गुजरात से आनी वाली सभी ट्रेनों में पलायन करने वाले अधिक हैं। इस बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुजरात में रह रहे बिहारियों से अपील की है कि घबराने की जरूरत नहीं है। सभी की सुरक्षा की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के मुख्य सचिव और डीजीपी ने वहां के मुख्य सचिव और डीजीपी से बात की है। सभी ने सुरक्षा का भरोसा दिलाया है। इस बीच गुजरात के श्रम राज्यमंत्री दिलीप सिंह ठाकोर ने स्थानीय युवकों को नौकरी में 80 परसेंट आरक्षण दिलाने का वादा कर चौंका दिया है। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने भी 25 सितंबर को एक समारोह में ऐसा करने की बात कही थी। दिलीप सिंह ठाकोर ने कहा है कि राज्य सरकार निजी व

सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों में स्थानीय युवाओं को 80 परसेंट नौकरी देने का कानून लाएगी।

प्रांतवाद फैलाने का आरोप

स्थानीय युवाओं को नौकरी में आरक्षण के बयान को दूसरे प्रांत के लोगों के खिलाफ देखा जा रहा है। विपक्षी दलों का कहना है कि एक ओर यूपी-बिहार के लोगों को गुजरात में निशाना बनाया जा रहा है। वहीं, दूसरी ओर नौकरी में आरक्षण से उनके लिए नौकरी का गुजरात क्षत्रिय ठाकोर सेना के कार्यकर्ताओं पर प्रांतवाद फैलाने का आरोप लग रहा है। भाजपा सहित देश के विविध संगठन व राजनीतिक दल ठाकोर सेना के साथ कांग्रेस नेता अल्पेश ठाकोर को भी आडे़ हाथ ले रहे हैं।

अल्पेश ठाकोर ने दी सफाई

आरोपों से घिरे कांग्रेस विधायक अल्पेश ठाकोर ने सफाई देते हुए कहा कि उन्हें व ठाकोर सेना को बदनाम करने के लिए ऐसा हो रहा है। यदि ऐसा बंद नहीं हुआ तो वह विधायक पद से इस्तीफा देकर राजनीति ही छोड़ देंगे। उन्होंने कहा कि दस दिन से उनका बेटा गंभीर रूप से बीमार है। इसलिए वह इस मामले में चुप थे।

पूछ-पूछकर बिहारियों की हो रही है पिटाई

गुजरात से लौटे सारण जिले के लोगों ने बताया कि 28 सितंबर को हम हिमतनगर स्थित फैक्ट्री में काम कर रहे थे। अचानक सैकड़ों की संख्या में नशे में धुत लोग लाठी, तलवार, फरसा आदि लेकर आए और मारपीट करने लगे। जान बचाने के लिए हमलोग फैक्ट्री की चारदीवारी फांद कर भागे और जंगल में छिप गए। बाद में कंपनी के मैनेजर ने जंगल में पुलिस के सहारे पहुंचा और रेलवे स्टेशन भेजवाया। मालिक ने हमें पांच-पांच हजार रुपए देकर घर जाने को कहा। दर्जनों युवक साबरकांठा जिले के हिमतनगर में 14 महीने की बच्ची से दुष्कर्म के बाद भड़की हिंसा के बाद गंजी-पैंट में ही भाग आए। गुजरात के महिसाणा और अहमदाबाद से भागकर शेखपुरा अपने घर महिसौना पहुंचे राहुल कुमार ने बताया कि गुजरात में बिहार और यूपी के लोगों के खिलाफ यह ¨हसा सोशल मीडिया के माध्यम से फैलाई गई। 5 अक्टूबर की रात लाठी-डंडों से लैस लगभग ढाई दर्जन बदमाशों ने हमला बोल दिया। बुरी तरह पिटाई की।