--PoK में surgical attack से बौखलाए आतंकी मोदी के घर में घुसकर हमला करने की फिराक में

--Intelligence को मिले inputs, भीड़ में मासूम लोगों को बना सकते हैं निशाना

-मोदी को चुनौती देने के साथ आर्थिक नुकसान पहुंचाने का नापाक इरादा

devendra.singh@inext.co.in

VARANASI

उड़ी हमले का मुहंतोड़ जवाब भारतीय सेना ने पीओके में सर्जिकल स्ट्राइक को कामयाबी से अंजाम देकर दिया है। इससे जहां पाकिस्तानी सियासत हिल गयी है वहीं पड़ोसी मुल्क की सेना भी घबरायी हुई है। लेकिन इंसानी खाल में छुपे भेडि़ये जिन्हें दुनिया आतंकवादी कहती है वह बदला लेंगे। लेकिन फौज से नहीं हिन्दुस्तानी आवाम और उन्हें गर्त में पहुंचाने का मंसूबा रखने वाले देश के पीएम नरेन्द्र मोदी से। ऐसा इनपुट इंटेलिजेंस को मिला है। खुफिया जानकारी के मुताबिक अपनी ताकत का एहसास कराने के लिए टेरेरिस्ट मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस और उनके जन्म स्थान गुजरात के बड़नगर में हमला कर सकते हैं। आधा दर्जन बार आतंकी हमला झेल चुके बनारस में अमन के दुश्मनों को माकूल माहौल मिल जाता है। इसके मद्देनजर किसी आपात स्थिति से निपटने के लिए पुलिस और प्रशासन ने तैयारी कर ली है। पब्लिक को भी मुस्तैद रहना होगा नापाक इरादों को नाकामयाब करने के लिए।

निशाने पर भीड़ भरी जगह

सीमा पर बढ़ते तनाव के बाद अलर्ट इंटेलिजेंस को इनपुट मिले हैं कि आतंकी बनारस में किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते हैं। इसके जरिए वह भारत सरकार समेत पूरी दुनिया को अपनी ताकत का एहसास कराना चाहते हैं। इंसानियत के दुश्मन मासूम लोगों को अपना निशाना बनाएंगे। इन सबके लिए त्योहार का माहौल उनके लिए माकूल होगा। आने वाले दिनों में कई त्योहार हैं जिनमें पूरे शहर में हर तरफ भीड़ होगी। ये भीड़ आतंकियों का निशाना बन सकती है। हाल में बनारस के साथ ही आगरा, देवरिया में संदिग्ध लोगों की मौजूदगी का पता चला था। बनारस में पुलिस की काफी कोशिश के बाद भी संदिग्धों का सुराग नहीं मिल सका है।

कहीं ले सकते हैं पनाह

-शहर में खून-खराबा करने की कोशिश में लगे अमन के दुश्मनों के लिए कई ऐसी जगहों हैं जो उनके लिए पनाहगार साबित हो सकती हैं।

-हर वक्त सैलानियों से पटे रहने वाले बनारस में एशियन फेस के लोगों की अच्छी खासी भीड़ रहती है। जगह-जगह इन्होंने अपनी बस्तियां भी बना ली हैं।

-काफी हद तक एशियन फेस से लगने वाले आतंकी इन बस्तियों में पनाह पाकर आसानी से घुल मिल सकते हैं।

-वक्त आने पर अपने मंसूबे को अंजाम दे सकते हैं। आधा दर्जन बार इस शहर के सीने के छलनी कर चुके टेरेरिस्ट ने पहले भी ऐसा किया है।

-सारनाथ, सोनारपुरा, शिवाला, अस्सी, मदनपुरा, दशाश्वमेध, बजरडीहा, लल्लापुरा समेत कई इलाकों में देश और दुनिया के विभिन्न इलाकों से ताल्लुक रखने वाले रहते हैं।

-इन इलाकों में मुसाफिर खाना, लॉज, होटल, गेस्ट हाउस, पेइंग गेस्ट हाउस, धर्मशाला आदि ठहरने के तमाम इंतजाम मौजूद हैं। जहां कोई जब तक चाहे ठहर सकता है।

इरादे हैं बेहद खतरनाक

-इंटेलिजेंस को मिले इनपुट के मुताबिक आतंकियों मासूमों को निशाना बनाने का बेहद खौफनाक मंसूबा रखते हैं

-भीड़ के बीच आईडी के जरिए जगहों पर जबरदस्त धमाका कर सकते हैं जिसके जान-माल का बड़ा नुकसान हो

-फिदायीन हमला करके सैकड़ों लोगों की जान लेना चाहते हैं

-ऐसे किसी हमले में कामयाब नहीं हो सके तो दंगा-फसाद करके इस शहर का माहौल बिगाड़ने की कोशिश करेंगे

-जहां हजारों की भीड़ जमा हो वहां अफवाह फैलाकर भगदड़ के जरिए लोगों की जान ले सकते हैं

होगा काफी नुकसान

भारतीय फौज के हाथों लगातार मुंह की खा रहे टेरेरिस्ट इस देश को बड़ा नुकसान पहुंचाना चाहते हैं। इसके लिए वह बनारस और गुजरात को चुन रहे हैं। जानकारों की मानें तो बनारस पर कोई आतंकी हमला होता है तो यह पीएम नरेन्द्र मोदी को सीधे चुनौती होगी। तत्काल पूरी दुनिया में इसका संदेश पहुंच जाएगा। वहीं पर्यटन की दुनिया में प्रमुख स्थान रखने वाले शहर का आर्थिक नुकसान भी होगा। इस शहर में साल के हर वक्त सैलानियों की भीड़ रहती है। हजारों परिवारों की रोजी-रोटी इनकी वजह से मिलती है। किसी घटना के बाद टूरिस्ट यहां नहीं आना चाहेंगे। वहीं नरेन्द्र मोदी का जन्म स्थल गुजरात देश का प्रमुख व्यवसायिक नगर है। पूरी दुनिया से इसका बिजनेस कनेक्शन है। आतंकी हमले से यह कनेक्शन टूटेगा और भारी नुकसान गुजरात समेत पूरे देश को उठाना पड़ेगा।