RANCHI : सिमी से जुड़े आतंकी माचिस की तिल्ली व पटाखों के बारुद से विस्फोटक तैयार कर रहे थे। कुछ दिन पहले ओडि़सा के राउरकेला से पकड़े गए चार आतंकियों ने यह खुलासा किया है। पूछताछ के दौरान आतंकियों ने एनआईए को बताया कि उनका इरादा झारखंड और बिहार समेत कुछ और राज्यों में बड़ी घटना को अंजाम देना था। उन्होंने यह भी स्वीकारा कि वे अपने मंसूबों को अंजाम देने के लिए किसी दूसरे आतंकी संगठन की मदद नहीं लेना चाहते थे। चारों आतंकियों के इस खुलासे से खुफिया एजेंसी भी भौचक है।

बना रहे थे अपना ग्रुप

सिमी के ये चारो आतंकी किसी दूसरे आतंकी संगठन की मदद लेने की बजाय खुद के ग्रुप को मजबूत करना और इसमें अधिकतर फिदायीन सदस्य शामिल करने का इरादा था। वे सिमी से हटकर अपना नया संगठन बनाकर अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर काम करना चाहते थे, इसलिए लूट-डकैती जैसी वारदातों को अंजाम देकर आर्थिक रूप से मजबूत होना चाह रहे थे। एनआईए के सूत्रों के अनुसार, सिम्मी के पकड़े गए चारों आतंकी खासे कट्टरपंथी हैं। अपने मंसूबों को अंजाम देने के लिए वे किसी आतंकी संगठन की ऐसी मदद नहीं चाह रहे थे कि वे उसके अधीन होकर काम करें।

झारखंड में कर चुके थे रेकी

पिछले दिनों पकड़े गए चारो आतंकी सिमी से अलग हटकर अपना संगठन खड़ा करना चाहते थे। उनका इरादा फिदायीन सदस्यों को जोड़ना था। इसके लिए झारखंड समेत कई राज्यों में रेकी कर चुके थे। उनका इरादा छिपने के लिए जगह तलाशना तो था ही, साथ में वे वारदातों को अंजाम देने के लिए इलाकों को चिन्हित कर रहे थे। झारखंड में रहकर वे देश के अन्य इलाकों में आतंकी घटनाओं को अंजाम देने की फिराक में थे।

रांची-जमशेदपुर के कई युवक अलकायदा में!

अलकायदा का झारखंड में मुख्य कर्ताधर्ता अबू सूफियान अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है। अबू चतरा जिले का रहने वाला है। उसके कई रिश्तेदार जमशेदपुर के मानगो में ही रहते हैं। इस वजह से अक्सर उसका जमशेदपुर आना-जाना लगा रहता था। झारखंड के कई युवकों को वह आतंकी संगठन में शामिल कर चुका है। इसका खुलासा आतंकी अब्दुल सामी और अकरम मसूद ने किया। सामी और सूफियान एक साथ प्रशिक्षण के लिए पाकिस्तान गए थे। सामी ने इस बात का भी खुलासा किया था कि संगठन में जमशेदपुर व रांची के कई युवक हैं।