ताजा प्रमाण थर्सडे को

शहर की पब्लिक अपराध को लेकर जागरूक हो रही है। जिसका ताजा प्रमाण थर्सडे को पुलिस का गुडवर्क है। पुलिस ने पब्लिक की सूचना पर आरटीओ ऑफिस में स्टिंग ऑपरेशन कर सात दलालों को फर्जी डीएल बनाने के मामले में गिरफ्तार किया। ये लोग पांच सौ रुपए में फर्जी डीएल बनाते थे। एक युवक इन दलालों के पास डीएल बनवाने गया। कुछ मिनटों में सौदा तय होने पर युवक ने इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकवादी की फोटो और पांच सौ रुपए दलाल को दिए, तो उसने बिना पहचान किए डीएल बनाकर उसको थमा दिया। पुलिस की निगरानी में यह स्टिंग हुआ। जिसके बाद फजलगंज एसओ एके शाही और क्राइम ब्रांच प्रभारी व काकादेव एसओ शीलेश यादव ने टीम ने दबिश देकर आरटीओ आफिस के बाहर से सात दलालों को गिरफ्तार किया। आपको बता दें कि आई नेक्स्ट पहले ही स्टिंग करके दलालों के नेक्सेस का खुलासा कर चुका है।

पकड़े गए दलालों की हुई पहचान

आरटीओ ऑफिस के बाहर से पुलिस ने नौबस्ता के श्रवण कुमार अवस्थी, बर्रा के बिहारीलाल, नजीराबाद के अनिल पाठक, गोविन्दनगर के विजय अग्निहोत्री, फजलगंज के इरफान, सचेण्डी के चंद्र प्रकाश और बर्रा के श्रीनाथ रस्तोगी को गिरफ्तार किया है। इनके कब्जे से पुलिस ने आतंकवादियों के बने हुए डीएल, फर्जी पते पर बने लाइसेंस, प्रतिबंधित फॉर्म बरामद किए हैं।

नेट से निकाली फोटो

फर्जी डीएल बनाने वाले गिरोह को पकड़वाने के लिए एक युवक ने पहले पुलिस को सूचना दी। इसके बाद उसने इटरनेट से इंडियन मुजाहिद्दीन के आतंकवादियों की फोटो निकाली। वहां से वह दलालों के पास गया। उसने आतंकवादी डॉ। जफर इकबाल की फोटो अशोक वर्मा, शहनवाज खां की फोटो विपिन कुमार, रियाज भटकल की फोटो मोहन सिंह और कादिल सिद्दीकी की फोटो राहुल शर्मा के नाम से डीएल बनवाने के लिए दलाल को दी। उसने 500 रुपए प्रति डीएल के हिसाब से उनको एडवांस रुपए दिए। जिसके बाद फर्जी डीएल बनाने पर पुलिस ने दलालों को गिरफ्तार किया।

"पब्लिक के सर्पोट से फर्जी डीएल बनाने वाले गैैंग की धरपकड़ हुई है। पब्लिक पुलिस पर भरोसा कर रही है। यह अच्छी बात है। पुलिस टीम को पांच हजार का ईनाम दिया जाएगा."

यशस्वी यादव, एसएसपी