Lucknow: टीईटी में पास होने के बाद भी हजारों कैंडीडेट्स को नौकरी तो नहीं मिली लेकिन सोमवार को उनकी पुलिस की लाठियां जरुर मिल गईं। नियुक्ति की मांग को लेकर विधान सभा का घेराव करने जा रहे सैकड़ों अभ्यार्थियों को हुसैनगंज चौराहे पर रोक लिया गया और इसके बाद भी जब वह नहीं माने तो पुलिस ने उन पर लाठीचार्ज कर दिया.
जिसमें दर्जनों कैंडीडेट्स घायल हो गए। इन्हें इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है। सुबह हुए लाठीचार्ज के बाद टीईटी के कैंडीडेट्स देर शाम पुलिस की बर्बरता के खिलाफ झूलेलाल पार्क में आमरण अनशन पर बैठ गए.
दौड़ा दौड़ा कर पीटा
टीईटी अभ्यर्थियों पर सोमवार को पुलिस का कहर टूट पड़ा। सुबह करीब दस बजे सैकड़ों कैंडीडेट्स विधानसभा का घेराव करने जा रहे थे। इनकी मांग थी कि टीईटी में क्वालीफाई होने के बाद भी इनको अभी तक नियुक्ति नहीं दी गई इसके साथ ही वह टीईटी निरस्त ना करने की मांग सरकार से कर रहे थे.
जब यह कैंडीडेट्स हुसैनगंज चौराहे पर पहुंचे तो पुलिस ने इनको आगे बढऩे से रोक लिया। जब कैंडीडेट्स बैरीकेटिंग तोड़ आकर आगे बढऩे की कोशिश करने लगे तो पहले इन पर पानी बौछार की गई और इसके बाद भी जब यह आगे बढ़ते रहे तो पुलिस को इन पर लाठीचार्ज करना पड़ा.
लाठीचार्ज के बाद सड़क पर भगदड़ मच गई और पुलिस की चपेट में बहुत से आम नागरिक भी आ गए। जिनकी पुलिस ने जमकर पिटाई की। इसके बाद पुलिस ने जान बचाकर भाग रहे टीईटी अभ्यर्थियों को दुकानों से खींच खींच कर मारा.
दोषियों के खिलाफ हो कार्रवाई
उत्तीर्ण संघर्ष मोर्चा पिछले कई दिनों से टीईटी को निरस्त ना करने और टीईटी में पूर्व निर्धारित प्रक्रिया को चयन का आधार बनाए जाने की मांग कर रहा था। इसको लेकर सोमवार को टीईटी कैंडीडेट्स का झूलेलाल पार्क में प्रदर्शन था। टीईटी अभ्यर्थियों का कहना था कि लगभग तीन लाख कैंडीडेट्स ने टीईटी की परीक्षा पास की है लेकिन कुछ अधिकारियों की मिली भगत से इसमें पैसा लेकर कुछ कैंडीडेट्स को पास करा दिया गया.
कैंडीडेट्स का कहना था कि उन चंद कैंडीडेट्स की वजह से सरकार को सभी अभ्यार्थियों की परीक्षा निरस्त नहीं करना चाहिए। बल्कि जांच कराकर दोषी अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करनी चाहिए।