- डॉक्यूमेंट्स सबमिशन के लिए TET कैंडीडेट्स को करनी पड़ रही खासी मशक्कत

-डाकघर व आरएमएस के बाहर बीते दो दिनों से देर रात तक लगती हैं लंबी कतारें

VARANASI: जॉब पाने के लिए परिश्रम तो करना ही पड़ता है। गवर्नमेंट जॉब मिलने की पॉसिबिलटी हो तो फिर तो मशक्कत करना लाजिमी है। हाथ-पैर मारने पड़ेंगे। परेशानियों से दो-चार होना ही पड़ेगा। कुछ ऐसा ही नजारा इन दिनों देखने को मिल रहा हैं। टीईटी कैंडीडेट्स जॉब के लिए जंग लड़ रहे हैं। तमाम तरह की दुश्वारियों को फेस कर रहे हैं। अपने डॉक्यूमेंट्स को सबमिट करने के लिए डाकघर व आरएमएस में इन दिनों सुबह से लेकर रात तक वे डटे रहते हैं। डॉक्यूमेंट्स में जरा सी मिस्टेक मिलने पर कैंडीडेट्स को फॉर्म सब्मिट करने के लिए दोबारा लंबी कतारों का हिस्सा बनना पड़ता है। लास्ट दो दिनों से डाकघर व आरएमएस के बाहर सुबह दस से रात दस बजे तक टीईटी कैंडीडेट्स की भारी गैदरिंग रहती है।

हाशिए पर पड़ी व्यवस्था

धूप व बारिश से बचने के लिए कोई इंतजाम नहीं किया गया है। कैंडीडेट्स खुद को छाता, बरसाती कवर आदि से सेफ कर रहे हैं।

यह है मैटर

स्टेट गवर्नमेंट ने ख्0क्ख् में बेसिक स्कूल्स में टीचर्स बनने के लिए वांट पब्लिश किया था। इसमें टीईटी पास बीएड व बीटीसी कैंडीडेट्स को चांस दिया गया था। कैंडीडेट्स से रिलेटेड डाक्यूमेंट्स क्भ् जुलाई तक सबमिट करने को कहा गया है।

मैं दो दिनों से प्रॉब्लम में हूं, मेरे डॉक्यूमेंट्स जमा नहीं हो पा रहे है। न जाने कब मेरी बारी आएगी।

अनिता पटेल,

कैंडीडेट

स्टेट गवर्नमेंट की वजह से हम प्रॉब्लम में हैं। सीएम फीफा व‌र्ल्ड कप देख रहे हैं। यहां डॉक्यूमेंट्स नहीं जमा हो पा रहे हैं।

रामनाथ त्रिपाठी,

पैरेंट

डॉक्यूमेंट्स जमा करने की लास्ट डेट क्भ् जुलाई रखी गई है। इसे बढ़ाना चाहिए।

आशीष सिंह,

कैंडीडेट

कई डिस्ट्रिक्ट्स से एप्लाई किया है। डॉक्यूमेंट जमा करने में हालत खराब हो जा रही है।

लक्ष्मी चतुर्वेदी,

कैंडीडेट