- यूपी एसटीएफ ने नौ और विभिन्न जिलों में पुलिस ने 23 आरोपी दबोचे

- मुरादाबाद में एसटीएफ के हत्थे चढ़ा सॉल्वर गैंग, छह अरेस्ट

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LUCKNOW : यूपी टीईटी-2018 में सेंध लगाने की कोशिश पुलिस की सतर्कता से धरी की धरी रह गई। जहां यूपी एसटीएफ के हत्थे मुरादाबाद में पूरा सॉल्वर गैंग चढ़ गया वहीं, बिजनौर में एक व वाराणसी में दो आरोपी फर्जी पर्चा असली बताकर बेचते हुए दबोचे गए। इसके अलावा प्रदेश के अलग-अलग जिलों में पुलिस ने 23 सॉल्वर्स या उनके मददगारों को अरेस्ट किया है। गिरफ्त में आए आरोपियों से पूछताछ के बाद कई अन्य लोगों की धरपकड़ की उम्मीद जताई जा रही है।

एग्जाम देने जा रहे थे सॉल्वर्स
एसएसपी एसटीएफ अभिषेक सिंह के मुताबिक, टीईटी परीक्षा को जारी अलर्ट के बीच रविवार सुबह बरेली यूनिट को सूचना मिली कि मुरादाबाद के मझोला स्थित बुद्धविहार में एक होटल में सॉल्वर्स का गैंग ठहरा है और वे दूसरे अभ्यर्थियों की जगह पर एग्जाम देने की तैयारी में हैं। इस सूचना पर टीम ने आनन-फानन मुरादाबाद पहुंचकर होटल की घेराबंदी कर ली। इसी बीच सुबह करीब 9.30 बजे होटल के सामने एक एसयूवी आकर रुकी और सॉल्वर गैंग के सदस्य परीक्षा देने के लिये जाने लगे। इसी बीच एसटीएफ टीम ने एसयूवी को घेरकर उसमें मौजूद छह आरोपियों मुरादाबाद निवासी सचिन व जितेंद्र सैनी, जालौन निवासी विपिन कुमार, कानपुर निवासी सौरभ अस्थाना और बिहार के जमुही निवासी मिथिलेश व सिप्पू को अरेस्ट कर लिया। जबकि, एक आरोपी मुरादाबाद निवासी अंकित टीम को चकमा देकर मौके से फरार हो गया। टीम ने उनके कब्जे से छह मोबाइल फोन, तीन प्रवेश पत्र, दो ओएमआर शीट, दो आंसर शीट व 24250 रुपये नकद बरामद किये। पूछताछ के दौरान सचिन, जितेंद्र ने बताया कि उन लोगों ने अंकित के साथ मिलकर विपिन, राजपाल, सौरभ अस्थाना, राजकुमार, मिथिलेश, इस्तेखार व राजेश कुमार बौद्ध को परीक्षा देने के लिये बुलाया था। बताया कि वे लोग सॉल्वर्स को 50 हजार रुपये पेमेंट करते थे। अभ्यर्थियों के पास हो जाने पर वे उनसे 10-10 लाख रुपये वसूलने वाले थे। अब एसटीएफ राजपाल, इस्तेखार, राजकुमार व अंकित की तलाश में जुट गई है।

एक लाख में बेच रहे थे नकली पर्चा
इसके अलावा एसटीएफ की वाराणसी यूनिट ने पेपर बेचने के आरोप में दो संदिग्धों गाजीपुर निवासी भारत सिंह व वाराणसी निवासी लक्ष्मीकांत को दबोच लिया। पुलिस ने उनके कब्जे से टीईटी परीक्षा का असली सा दिखने वाला पर्चा बरामद किया। जब उनके पास बरामद पर्चे का मिलान असल पर्चे से कराया गया तो वह फर्जी निकला। पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि वे इस फर्जी पर्चे को असली बताकर एक-एक लाख रुपये में बेच रहे थे। इसी तरह एसटीएफ की मेरठ यूनिट ने बिजनौर के शेरकोट इलाके में पर्चा बेचने की सूचना पर मुरादाबाद निवासी राकेश सिंह को अरेस्ट किया। टीम ने उसके कब्जे से एक पर्चे की 22 प्रतियां, टीईटी परीक्षा का ऑनलाइन आवेदन पत्र का प्रिंट तीन प्रतियां, एक आधार कार्ड, दो मोबाइल फोन व एक लाख रुपये बरामद किये। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह सभी परीक्षाओं में फर्जी पर्चे तैयार कर उन्हें असली बताकर एक-एक लाख रुपये में बेचता है। रविवार को भी वह ऐसा ही फर्जी पर्चा असली बताकर बेचने की कोशिश में था लेकिन, पकड़ा गया।

अन्य जिलों में अरेस्टिंग
पुलिस प्रवक्ता विवेक त्रिपाठी ने बताया जालौन पुलिस ने उरई में अभ्यर्थी की जगह परीक्षा देते कानपुर निवासी विपिन कुमार विश्वकर्मा को अरेस्ट किया गया। इसके अलावा प्रयागराज के दारागंज स्थित बक्सीबांध के सामने नकल कराने के लिये इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मुहैया कराने की बात करते हुए तीन आरोपियों शिवबहादुर सिंह, शिवशंकर सिंह व नीतिश कुमार को अरेस्ट किया गया। पुलिस ने अभियुक्तों के कब्जे से 60 हजार रुपये नकद, 5 इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, सात बैटरी, चार मोबाइल फोन व दो अंकपत्र बरामद किये। इसी तरह धूमनगंज में यूडी मेमोरियल इंटर कॉलेज से अभ्यर्थी सीमा देवी के स्थान पर परीक्षा देते उसकी ननद सुनीता देवी को पुलिस ने अरेस्ट किया। आरोपी सुनीता लेखपाल बताई जा रही है। अलीगढ़ के इगलास में फर्जी दस्तावेज तैयार करते चाचा कंप्यूटर सेंटर के संचालक राम प्रसाद सुमन को अरेस्ट किया गया। भदोही में ब्लूटूथ डिवाइस के साथ परीक्षा देते सुचिता देवी को पुलिस ने अरेस्ट किया। हरदोई में चार सॉल्वर रजनीश कुमार निषाद, मूलचंद्र गुप्ता, श्याम बाबू व विनीत कुमार और तीन अभ्यर्थी अवधेश कुमार, निखिल कुमार व चंद्र प्रकाश को अरेस्ट किया गया। वाराणसी में कैंट इलाके से बिट्टू, फिरोजाबाद से संजीत व मनोज को अरेस्ट किया गया। बुलंदशहर में दूसरे अभ्यर्थी की जगह परीक्षा देते तीन सॉल्वर्स को अरेस्ट किया गया। कौशांबी के कोखराज इलाके में स्थित नेशनल इंटर कॉलेज में अभ्यर्थी शिवकुमार की जगह परीक्षा देते सॉल्वर अनिरुद्ध सिंह, जौनपुर में अजय कुमार यादव की जगह परीक्षा देते सचिन कुमार व श्रावस्ती के भिनगा में साधना देवी की जगह परीक्षा दे रही ललिता को अरेस्ट किया गया है।

यूं होते थे परीक्षा केंद्र में दाखिल
मुरादाबाद में दबोचे गए सॉल्वर गैंग के मास्टरमाइंड जितेंद्र व सचिन ने बताया कि जिस अभ्यर्थी की जगह सॉल्वर को परीक्षा में बिठाना होता था, उस अभ्यर्थी के फॉर्म में धुंधली फोटो लगाते थे। जबकि, सॉल्वर का अभ्यर्थी के नाम से फर्जी पैन कार्ड तैयार करते थे, जिसमें सॉल्वर की फोटो लगाई जाती थी। इसी पैनकार्ड की बदौलत अभ्यर्थी परीक्षा केंद्र में दाखिल हो जाते थे। जबकि, फॉर्म में धुंधली फोटो होने की वजह से एग्जामनर उन्हें पहचान नहीं पाते थे।