- रिक्त हैं तकरीबन बीस हजार शिक्षकों के पद

PATNA : शिक्षा विभाग के राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा परिषद (रूसा) की बैठक में यह बात सामने आई है कि अभी भी शिक्षकों को भारी कमी है। स्टेट के हायर सेकेंड्री और प्लस टू स्कूलों में उपयुक्त शिक्षकों हैं ही नहीं। मालूम हो कि पांच राउंड नियोजन अभियान चलाने के बाद भी क्9 से ख्0 हजार शिक्षकों के पद रिक्त हैं।

इस दौरान शिक्षा विभाग ने अपने प्रेजेंटेशन में कुलपतियों और मंत्री को बताया कि मैथ, साइंस और अंग्रेजी जैसे विषयों के लिए पर्याप्त संख्या में शिक्षक नहीं मिल रहे हैं। इसकी कई वजहों में एक वजह एसटीईटी पास होने की अनिवार्यता है। इस बाधा को दूर करने के इरादे से ही विशेष टीईटी कराने का फैसला किया है। जून-जुलाई में विशेष टीईटी की परीक्षा कराए जाने की योजना बनाई जा रही है।

विद्यालय हुए अपग्रेड, शिक्षक नहीं मिले

यहां बता दें कि पिछले कुछ सालों के दौरान प्रदेश में बड़ी संख्या में माध्यमिक विद्यालयों को उच्च माध्यमिक में अपग्रेड किया गया है। इसके बाद उच्च माध्यमिक स्तर के विद्यालयों के लिए म्7 हजार पदों का सृजन किया गया। इन पदों पर नियोजन के लिए एसटीईटी हुई। इसके बाद तीस से पैंतीस हजार शिक्षकों का नियोजन हो भी पाया। पहली ही एसटीईटी में दस हजार से अधिक अप्रशिक्षित टीचरों ने परीक्षा पास भी कर ली, परन्तु नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन की सख्ती की वजह से एसटीईटी पास करने वाले शिक्षकों आज भी शिक्षकों के तकरीबन क्9-ख्0 हजार पद रिक्त हैं।