क्या है मामला?
करीब डेढ़ महीने पहले ओम शक्ति होम नीड्स नाम से एक शॉप रातू रोड के देवी मंडप के पास स्थित संदीप टावर में खुला था। कस्टमर्स के बीच पैठ जमाने के लिए कंपनी ने एक स्कीम लांच की थी। इस स्कीम के तहत फर्निचर्स, मोबाइल, लैपटॉप जैसे कई आइटम्स पर 45 परसेंट तक का डिस्काउंट देने की बात कही गई थी। जो लोग इस स्कीम के थ्रू आइटम्स को परचेज करना चाहते थे, उन्हें 55 परसेंट डाउन पेमेंट पर एक स्लिप देकर कहा गया कि उन्हें 8 से 10 दिन के अंदर सामान की डिलीवरी कर दी जाएगी।

ताकि विश्वास बना रहे
कस्टमर्स का विश्वास बना रहे, इसके लिए कंपनी की ओर से फस्र्ट लॉट में इस स्कीम से जुडऩेवालों को 45 परसेंट डिस्काउंट पर सामानों की डिलीवरी भी की गई। इसके बाद 55 परसेंट डाउन पेमेंट कर कई कस्टमर्स इस स्कीम से जुड़ते चले गए.  इसके बाद वे सामान के डिलीवरी होने का इंतजार करने लगे, लेकिन कई दिनों तक घर पर सामान नहीं पहुंचा तो उन्हें शक होने लगा। मंडे की मॉर्निंग लोगों को पता चला कि शॉप बंद हो चुका है।
कंपनी के फरार होने की बात मालूम होते ही ठगी के शिकार हुए लोगों की भीड़ मंडे को शॉप के बाहर जुटने लगी। कमोबेश सभी लोगों के हाथों में कंपनी द्वारा थमाया गया वह रिसिप्ट भी था, जो 55 परसेंट डाउन पेमेंट करने के बाद उन्हें दिया गया था। यहां पहुंचे लोगों ने कंपनी के भाग जाने की बात जानते ही शॉप पर धावा बोल दिया और वहां रखे सामानों को उठाकर ले गए।

कई हुए ठगी के शिकार
कंपनी की स्कीम के झांसे में आकर रातू रोड और आसपास के कई लोग ठगी के शिकार बन गए। विक्टिम्स ने मंडे को सुखदेवनगर थाने में पहुंचकर अपनी कंप्लेन दर्ज कराई। यहां आए विजय कुमार पाठक ने बताया कि उन्होंने बर्तन सेट के लिए 1500 रुपए डाउन पेमेंट किए थे, लेकिन अब कंपनी ही भाग गई है। एक अन्य भुक्तभोगी रहे विकास कुमार ने बताया कि वे सैमसंग के टैब के लिए कंपनी को 8000 रुपए डाउन पेमेंट किए थे, लेकिन अब वह पैसा डूब गया।