- लापरवाही बरतने पर इंस्पेक्टर मलिहाबाद और चिनहट को हटाया गया

- डीजीपी ने लिया घटना स्थल का जायजा, घटना पर अंकुश लगाने के दिए निर्देश

LUCKNOW : राजधानी में बदमाशों का आतंक थमने का नाम नहीं ले रहा है। शुक्रवार को खुद डीजीपी ओपी सिंह मलिहाबाद पहुंचे और पुलिसिंग का जायजा लिया। डीजीपी के दौरे के बाद रात को बदमाशों ने मलिहाबाद के अमानीगंज इलाके में एक टेलर को बंधक बनाकर घर में लूटपाट की वारदात को अंजाम दिया। वहीं पुलिस घटना को संदिग्ध मान रही है।

बंधक बनाकर की बदमाशों ने लूटपाट

मलिहाबाद के अमानीगंज इलाके में टेलर असलम अपने परिवार के साथ रहते हैं। उसके दो घर हैं और दोनों आमने सामने बने हैं। एक घर में असलम सिलाई का काम करता है। बताया जाता है कि शुक्रवार की रात असलम सिलाई वाले घर में मौजूद था। जबकि उसकी पत्नी सरवज जहां बेटी साइमा बानो, बेटा अकरम दूसरे घर में थे। रात करीब 12 बजे असलम टॉयलेट करने के लिए उठा था। इस बीच असलम के घर के बाहर पहले से घात लगाये बैठे बदमाशों ने उसे पकड़ लिया। बदमाशों ने असलम पर असलहा तान दिया और उसको पकड़कर बाग के अंदर ले गए। दो बदमाश असलम को असलहे के बल पर बंधक बनाये रहे, जबकि दो बदमाश असलम के घर में घुस गये। इसके बाद बदमाशों ने असलम के घर से 17 हजार रुपये कैश और करीब एक लाख की ज्वैलरी लूटकर धमकी देते हुए फरार हो गए।

पुलिस घटना को मान रही संदिग्ध

पीडि़त असलम का कहना है कि बदमाशों के जाने के बाद यूपी 100 की एक गाड़ी गश्त करते हुए निकली और असलम ने पुलिसवालों को घटना की जानकारी दी। पुलिसकर्मी छानबीन के बाद वापस लौट गये। शनिवार की सुबह तक जब कोई पुलिस वाला नहीं पहुंचा तो असलम ने सूचना पुलिस कंट्रोल रूम को दी। वारदात की सूचना मिलते ही पुलिस के होश उड़ गये। मौके पर एसपी ग्रामीण डॉ। सतीश कुमार, सीओ मलिहाबाद संतोष सिंह और मलिहाबाद पुलिस भी पहुंच गयी। पुलिस ने छानबीन करते हुए असलम की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज कर ली है। एसपी ग्रामीण ने बताया कि पीडि़त ने 100 नंबर पर घटना की सूचना नहीं दी। सुबह थाने पहुंचकर घटना की जानकारी दी। वहीं पुलिस वारदात को संदिग्ध मान रही है।

नकाबपोश थे बदमाश

असलम का कहना है कि वारदात में शामिल सभी बदमाश नकाबपोश थे और उनके चेहरे गमछे से ढके हुए थे। बदमाश उसको गोली मारने की धमकी दे रहे थे। उसने बताया कि असलहे के बल पर बदमाश उसको बाग में ले गये और बंधक बना लिया।

26 जनवरी को मलिहाबाद गए थे डीजीपी

चिनहट, काकोरी और मलिहाबाद इलाके में एक के बाद एक डकैती की घटना के बाद डीजीपी ओपी सिंह शुक्रवार को मलिहाबाद पहुंचे थे। एसएसपी दीपक कुमार समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद थे। डीजीपी ने अधिकारियों को ग्रामीण इलाकों में गश्त बढ़ाने और डकैतों को जल्द पकड़ने का निर्देश दिया। करीब 25 मिनट ठहरने के बाद वह वापस लौट गए।

चिनहट और मलिहाबाद इंस्पेक्टर पर गिरी गाज

चिनहट इलाके में 18 जनवरी को ठेकेदार समेत दो घरों में बदमाशों ने डाका डाला था। इसके बाद बदमाशों ने 20 जनवरी काकोरी के बनियाखेड़ा और कटौली गांव में डकैती डाली थी। काकोरी के बाद बदमाशों ने 22 जनवरी को मलिहाबाद के मुंशीगंज और सरावां गांव में डकैती डाली थी। अब तक एक भी घटना को खुलासा नहीं हो सका है। 21 जनवरी को एसएसपी ने काकोरी एसओ यशवंत सिंह को सस्पेंड कर दिया था। वहीं शनिवार को एसएसपी ने इंस्पेक्टर चिनहट रवीन्द्र नाथ राय को लाइन हाजिर कर दिया जबकि मलिहाबाद प्रभारी अरूण सिंह को सस्पेंड कर दिया है। हुसैनगंज प्रभारी राजकुमार सिंह को चिनहट और क्राइम ब्रांच में तैनात रीतेन्द्र प्रताप सिंह को मलिहाबाद का चार्ज दिया गया है।

बदमाशों के दस्तक की 30 शिकायतें मिली झूठी

काकोरी के बनियाखेड़ा, कटौली और मलिहाबाद के मुंशीगंज और सरावां गांव में पड़ी डकैती के बाद से झूठी अफवाह पुलिस के लिए सिरदर्द बन गयी है। गांव के बाहर या खेत में जरा सी भी आहट होने पर लोगों को डकैतों का शक हो जाता है और सूचना पुलिस को दे देते हैं। हर सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंचती है पर कोई भी बदमाश वहां नहीं मिलता है। उन्होंने बताया कि शुक्रवार की रात काकोरी, मलिहाबाद और माल इलाके में डकैतों के धावे की 30 झूठी सूचना पुलिस को मिली।