कमिश्नरी चौराहा पहुंची फूलबाग निवासी अपर्णा गौतम ने डीआईजी आवास पर हुए दुव्र्यवहार की आपबीती सुनाई। उसने बताया कि मैं तो एक छात्रा के परिजनों की शिकायत करने डीआईजी के यहां गई थी। रश्मि नाम की एक 11वीं की छात्रा हमारे घर रहना चाहती है। लेकिन उसके मां-बाप उसको जबरदस्ती साथ ले गए। वो रश्मि को मारते-पीटते हैं। मैं इसी बात की डीआईजी से शिकायत करने गई थी, लेकिन मुझे पीटा गया।

यहां भी पहुंच गई पुलिस
कमिश्नरी पर अपर्णा गौतम मीडिया से बातचीत कर ही रही थी कि वहां पुलिस पहुंच गई। फिर इस महिला को पकडऩे का प्रयास हुआ। कब्जे में नहीं आई तो जबरदस्ती खींचकर इस महिला को जीप में बैठाया गया। अपर्णा के साथ आए उसके पति राकेश ने उसको पुलिस जीप से जबरदस्ती नीचे उतारा पुलिस ने पति को भी पीट दिया। पुलिस दोनों को पकड़ कर थाने ले गई।


रश्मि कौन है
लिसाड़ी गेट के प्रहलाद नगर में रहने वाली रश्मि ने 23 अप्रैल को अपने पिता के खिलाफ डीआईजी के यहां शिकायत पत्र दिया था। उसने अपने पिता पर खुद को बेचने का आरोप लगाया था। रश्मि पड़ोस में ही रहने वाली महिला आशा मोघा और अपर्णा गौतम के यहां ट्यूशन पढऩे जाती थी। पिता पर आरोप लगाने के बाद से ही वह आशा व अपर्णा गौतम के साथ रहने लगी थी। बेटी के अपर्णा के घर रहने पर रश्मि के पिता ने सिटी मजिस्ट्रेट के यहां अपील डालकर उसे  अपनी सुपुर्दगी में मांगा था। रश्मि के पिता ने अपर्णा और आशा पर तंत्र-मंत्र करने का भी आरोप लगाया था और बेटी को इन महिलाओं के चंगुल से छुड़वाने की मांग की थी।

उधर, आशा और अपर्णा गौतम ने भी एडीजे 15 की कोर्ट में रश्मि को अपने साथ रखने के लिए अर्जी डाली थी। कोर्ट के आदेश पर रश्मि को नारी निकेतन भेज दिया गया था। गत शनिवार को जब रश्मि कोर्ट में पेश हुई तो उसे बालिग करार देते हुए अपनी मर्जी से रहने को स्वतंत्र बताया। बाद में आशा और अपर्णा रश्मि को अपने साथ ले जाने लगे, लेकिन उसे ले जाने के लिए मां-बाप पहुंच गए। अपर्णा और आशा ने रश्मि के अपहरण का शोर मचा दिया था। फिर काफी हंगामा हुआ था। आखिर में परिजन रश्मि को अपने साथ ले गए। अब अपर्णा गौतम रश्मि की वापसी की मांग को लेकर मंगलवार को डीआईजी आवास पहुंची थी। जहां पीआरओ ने उसे बैठने के लिए कहा तो वह जबरदस्ती डीआईजी के ऑफिस में जा घुसी।