-बांदा में दो और मेजा में एक बालू घाट ले रखा था अच्युतानंद ने

-अपनी धौंस और दबंगई के बल पर अपनों को दिलाया करता था ठेकेदारी

PRAYAGRAJ: गोंडा जिले से निकल कर प्रयागराज पहुंचे अच्युतानंद ने दिलेरी और दबंगई के साथ यहां की छात्र राजनीति तगड़ी दखल दी। वह जितनी तेजी से छात्र राजनीति में आगे बढ़ा था उतनी ही गति से उसके पांव अपराध के दलदल में फंसते गए। जानकार बताते हैं कि इधर कुछ महीनों से वह बालू खनन और ठेकेदारी में भी दखल देने लगा था। कम उम्र में बड़ी सफलता और नाम को वो कैश में कन्वर्ट करने की कोशिश करने लगा था। बांदा में बालू खनन के लिए उसने दो घाट लिए थे। इतना ही नहीं मेजा में भी एक घाट उसने ले रखा था। जबकिठेकेदारी में धौंस जमा कर वह अपनों को काम भी दिला रहा था।

अच्युतानंद का क्राइम रिकार्ड

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से अधिक गंभीर मामलों में मुकदमे दर्ज थे अच्युतानंद के खिलाफ

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आठ मुकदमे सिर्फ कर्नलगंज थाने में हैं। इसके अलावा शिवकुटी, सिविल लाइंस, लखनऊ और गोंडा में भी कई मामले दर्ज हैं।

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पांच साल पहले लखनऊ के गोमती नगर में अच्युतानंद शुक्ला ने आशीष मिश्र की हत्या कर सनसनी फैला दी थी, झूंसी के रहने वाले आशीष मिश्र को गोलियों भून दिया था।

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में अच्युतानंद ने दबंगई दिखाते हुए शिवकुटी थाना प्रभारी रहे वीके सिंह पर फाय¨रग कर सनसनी फैला दी थी।