- मां ललिता देवी मंदिर में चल रहे वार्षिक आयोजन में उमड़ी भक्तों की भीड़

ALLAHABAD: मां ललिता देवी मंदिर में पौराणिक मेले के दूसरे दिन भी भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। मंदिर में भक्तों ने विधि विधान के साथ मां ललिता का पूजन किया और दर्शन करके आर्शिवाद मांगा। शाम को मां ललिता का भव्य श्रृंगार किया गया। इस अवसर पर मां की प्रतिमा को जड़ाऊ गहनों एवं सुगंधित फूलों से सजाया गया। देर रात तक गगनभेदी जयकारों के बीच श्रद्धालुओं ने मां ललिता का दर्शन किया।

लोकगीतों से की आराधना

मेले के दूसरे दिन विरहा व लोकगीत का आयोजन किया गया। कलाकारों ने संगीत के माध्यम से मां भगवती का गुणगान किया। पौराणिक कथाओं पर आधारित प्रसंगों को गायक मुंशीराम बहादुर व प्रीति भारती ने बेहद ही आकर्षक ढंग से पेश किया। मां ललिता कल्याण समिति के महामंत्री धीरज नागर ने बताया कि एक मई को मंदिर में विशाल भगवती जागरण का आयोजन किया गया है।

गोपी के अर्थ को किया विस्तारित

श्री निम्बार्क आश्रम रामबाग में चल रहे भागवत ज्ञान यज्ञ सप्ताह में शनिवार को डॉ। गिरजा कांत शुक्ल ने गोपी अर्थ को विस्तार से बताया। उन्होंने प्रवचन के दौरान बताया कि गोपी किसी स्त्री या पुरुष का नाम नहीं, देह भान, भूला हुआ एवं सभी विषयों का मन से त्याग करके भगवान के चरणों में जाने वाला जीव ही गोपी है।