- कांवड़ ड्यूटी पर रिपोर्ट न करने को लेकर चार अधिकारियों की सेलरी पर रोक

- डीएम ने सेलरी रोकने के दिए दिए आदेश

- आदेश होते ही तीन अधिकारियों ने कुछ ही घंटों में की रिपोर्ट

Meerut : अधिकारियों में कांवड़ मेले की संवेदनशीलता और गंभीरता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि कांवड़ में तैनात जोनल मजिस्ट्रेट के फील्ड में न होने पर अगस्त माह के वेतन पर रोक लगा दी है। आदेश के होने के बाद पूरे डिपार्टमेंट अफरा तफरी माहौल बन गया। कुछ घंटों के भीतर जोनल मजिस्ट्रेटों ने आलाधिकारियों के सामने रिपार्ट की।

अगस्त का वेतन रुका

कांवड़ मेले में ड्यूटी पर लापरवाही करने की वजह से डीएम ने चार जोनल मजिस्ट्रेट के खिलाफ कार्रवाई करते हुए अगस्त माह का वेतन रोकने के आदेश जारी कर दिए हैं। जिनमें उप निदेशक उद्यान घनश्याम यादव जोन-5, उपायुक्त वाणिज्य कर महेश चंद यादव जोन-9, उपायुक्त वाणिज्य कर जीपी सिंह जोन-10, सहायक निबंधक सहकारी समितियां जोन-14 अधिकारी शामिल हैं।

नहीं थे फील्ड में

डीएम ने बताया कि इन द्वारा अपने वाहनों में वायरलेस सेट भी स्थापित नहीं कराया गया है और इनके द्वारा अपने अधीनस्थ सेक्टर मजिस्ट्रेटों से संपर्क नहीं किया गया। ये अपने क्षेत्र में भ्रमणशील भी नहीं रहे हैं। इनके द्वारा सूचित मोबाइल नंबर बंद पाया गया और इनके कार्यालय पर मिलाए जाने पर फोन रिसीव नहीं किया और स्विच ऑफ कर दिया गया।

तीन ने की रिपोर्ट

डीएम ने बताया कि कार्रवाई का लेटर जाने के बाद सोमवार को उप निदेशक उद्यान घनश्याम यादव जोन-5, उपायुक्त वाणिज्य कर महेश चंद यादव जोन-9, उपायुक्त वाणिज्य कर जीपी सिंह जोन-10 ने हमारे पास रिपोर्ट की है। अभी तक चौथे अधिकारी से कोई संपर्क नहीं हो सका है। डीएम ने कहा कि अगर इस तरह की लापरवाही किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

ये कार्रवाई बाकी लोगों के लिए एक नजीर की तरह साबित होगी। अगर को कांवड़ मेले में लापरवाही बरतेगा उस पर कार्रवाई होगी। वेतन रोके जाने के अलावा बाकी कार्रवाई भी दी जाएगी।

- पंकज यादव, डीएम, मेरठ