दिल्ली, मुंबई और नागपुर में पुराने नोटों से कराई माल की बुकिंग
एडवांस बुकिंग से मार्च तक किश्तों में आता रहेगा सामान
ALLAHABAD: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्लैक मनी रखने वालों पर प्रहार करने के लिए नोट बंद करने का फैसला लिया। नंबर के दो के पैसे से बिजनेस करने वाले व्यापारियों ने इसका भी तोड़ निकाल लिया। इसमें महानगरों में बैठे बड़े व्यापारियों, कंपनियों और पूंजीपतियों ने उनकी खुलकर मदद की। इस तरह इलाहाबाद के व्यापारियों की अरबों रुपये की ब्लैक मनी सेफ हो गई।
इस तरह सेफ हुई ब्लैकमनी
मोदी सरकार ने जैसे ही नोटबंदी का आदेश जारी किया, दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, नागपुर के साथ ही देश के अन्य महानगरों में मौजूद रेडीमेड गारमेंट्स, स्टेशनरी, इलेक्ट्रिक आइटम, ज्वैलरी, होजरी, कॉस्मेटिक सामान के बड़े पूंजीपतियों, गल्ला, राइस एक्सपोर्टर के साथ ही अन्य कंपनियों ने ब्लैक मनी को ठिकाने लगाना शुरू किया। छोटे-छोटे व्यापारियों व डिस्ट्रीब्यूटरों को एक से दो दिन का समय दिया गया कि उनके पास जितनी भी ब्लैक मनी है, या फिर 500 या एक हजार रुपये के पुराने नोट हैं। वे एक बार में जमा कर दें। नोट जमा करने पर कंपनी उसे एक्सचेंज करेगी। बाद में मौका नहीं दिया जाएगा।
माल आता रहेगा, कीमत घटती रहेगी
कंपनियों, पूंजीपतियों के साथ ही होलसेल स्टाकिस्टों के इस ऑप्शन पर व्यापारियों ने लाखों-करोड़ों रुपये कंपनियों में जमा करा दिया। इसके बदले में कंपनी ने ऑप्शन दिया कि उनका नया एकाउण्ट ओपेन किया जाएगा। इसके थ्रू जमा किए गए कैश को एडवांस माना जाएगा और व्यापारी के आर्डर के अनुसार माल भेजा जाता रहेगा। एडवांस मनी से माल की कीमत घटती चली जाएगी।
सिटी के व्यापारियों ने उठाया फायदा
एक-दो दिन के लिए आए ऑफर का इलाहाबाद के बड़े व्यापारियों ने जमकर फायदा उठाया। उनके घर जितने भी 500 व एक हजार रुपये के पुराने नोट रखे थे, उसे एडवांस के तौर पर जमा करा दिया। अब व्यापारियों को इस फाइनेंशियल इयर तक माल मंगाने की दिक्कत नहीं है। समस्या छोटे व्यापारियों को ही है।
कंपनियों ने निकाला रास्ता
बड़ी-बड़ी कंपनियों के साथ ही होल सेलर व बड़े व्यापारियों का करेंट एकाउण्ट होता है। लिमिट होती है, जिसके थ्रू उन्होंने कैश जमा कर रुपये खपाने का रास्ता निकाल लिया है।