-मिनरोलाजी एंड पेट्रोलॉजी सेंटर में जमकर मचा हंगामा

-छात्राओं संग छेड़छाड़, प्रोफेसर्स भी पिटे

ALLAHABAD: कमरा बंद था। भीतर प्रोफेसर के साथ छात्र और छात्राएं मौजूद थे। डिपार्टमेंट के डायरेक्टर को किसी ने कुछ मैसेज किया तो वह सीधे पहुंच गए कमरे में। कमरे के भीतर का सीन देखकर उन्होंने वह सन्न रह गए। आपत्ति दर्ज कराई तो बवाल खड़ा हो गया। जूतम-पैजार की नौबत आ गई। बाहर सूचना पहुंची तो चीफ प्राक्टर से लेकर पुलिस तक पहुंच गई। बावेला खड़ा हो गया। प्रोफेसर्स तक एक-दूसरे पर ऐसे आरोप लगाने लगे कि सुनने वाले को शर्म आ जाए।

एसएस भट्नागर पुरस्कार पा चुके हैं

वेडनसडे दोपहर बैंक रोड पर स्थित नेशनल सेंटर ऑफ एक्सपेरिमेंटल मिनरोलॉजी एंड पेट्रोलॉजी के डायरेक्टर प्रोफेसर एसडी दीक्षित किसी सूचना पर एकाएक सेंटर पहुंच गए। उन्होंने सेंटर के भीतर कुछ ऐसा देख लिया जो आपत्तिजनक था। प्रो। दीक्षित का इस तरह से बंद कमरे में इंट्री लेना कमरे में मौजूद कुछ छात्रों को नागवार लगा और उन्होंने मर्यादा तोड़कर उनपर हमला कर दिया। कुछ ने दो-चार हाथ भी उन्हें जड़ दिए। प्रोफेसर दीक्षित ने घटना के लिए सेंटर में इमेरिटस प्रोफेसर के रूप में कार्यरत प्रो। एके गुप्ता पर आरोप लगाया कि उन्होंने छात्रों को शह देकर हमला करवाया है। आरोप लगाया कि प्रोफेसर गुप्ता सेंटर की गतिविधियों में उनका सहयोग नहीं कर रहे और समस्याएं पैदा करते हैं। प्रोफेसर एके गुप्ता जाने माने जियोलाजिस्ट और शांति स्वरुप भट्नागर पुरस्कार से भी सम्मानित हैं। उन्हें इलाहाबाद यूनिवर्सिटी की ओर से बेस्ट टीचर का भी अवार्ड मिल चुका है।

पुलिस, प्रॉक्टर टीचर सब पहुंचे

घटना की जानकारी पाकर कर्नलगंज पुलिस, यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन के आफिसर्स, फैकेल्टी मेम्बर्स और चीफ प्राक्टर प्रोफेसर आरके उपाध्याय भी अपने दलबल के साथ पहुंचे। इनमें शामिल दोनों प्रोफसर्स की अलग अलग लाबी के टीचर्स में एक पक्ष ने सेंटर के भीतर कुछ आपत्तिजनक होने की बात कहकर दूसरे पक्ष पर गंभीर आरोप लगाए। उनके इस आरोप पर प्रोफेसर दीक्षित ने क्या आपत्तिजनक था इसपर सीधे सपाट रूप में तो कुछ नहीं कहा। अलबत्ता उन्होंने इशारों इशारों में यह जरूर कहा कि जो भी आपत्तिजनक था उससे चीफ प्राक्टर को अवगत करा दिया गया है।

समर ट्रेनिंग पर आए हैं छात्र

प्रोफेसर एके गुप्ता के पक्ष के स्टूडेंट्स का कहना था कि उनमें से कई आईआईटी बाम्बे और आईआईटी बीएचयू से समर ट्रेनिंग पर आए हैं। वे इंडियन एकेडमी ऑफ साइंसेस की ओर से हाई प्रेसर टेम्परेचर पर प्रोफेसर गुप्ता के अंडर में वर्क कर रहे हैं। यह प्रोजेक्ट भारत के इकलौते प्रोजेक्ट में से एक है। उन्होंने प्रोफेसर दीक्षित के आरोपों को सिरे से खारिज किया और कहा कि प्रोफेसर दीक्षित भतीजे के संग आए लड़कों ने उनके साथ मारपीट की और छात्राओं को भी नहीं बख्शा। बताया कि प्रोफेसर गुप्ता संग भी मारपीट की गई है। इससे पहले कर्नलगंज थाने में जमा दोनों पक्षों के बीच समझौता करवा दिया गया।

एक पक्ष से आदर्श त्रिपाठी और दूसरे पक्ष से राबिन दीक्षित और पवन कुमार ने आपस में समझौता कर लिया है। घटना के पीछे लम्बे समय से चला आ रहा आपसी विवाद ही समझ में आता है।

आरके सिंह, इंस्पेक्टर कर्नलगंज

घटना मालूम चली तो हम मौके पर पहुंचे थे। अंदर क्या आपत्तिजनक था इसपर मैं कुछ नहीं कह सकता। फिलहाल तो मेरे पास कुछ रिटेन में नहीं आया है।

प्रोफेसर आरके उपाध्याय, चीफ प्राक्टर इलाहाबाद यूनिवर्सिटी