- छोटा मवाना स्थित डायट में काउंसिलिंग के लिए जुटी भीड़

- 2011, 2012 बैच के अभ्यार्थियों ने लिया काउंसिलिंग में भाग

Meerut। बेसिक शिक्षा परिषद द्वारा संचालित प्राथमिक विद्यालयों में सहायक अध्यापकों की भर्ती के लिए काउंसिलिंग सोमवार को जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान छोटा मवाना में सुबह दस बजे से शुरू हुई। काउंसिलिंग में विशिष्ट बीटीसी, उर्दू बीटीसी, बीटीसी 2011और 2012 बैच के अभ्यर्थियों ने भाग लिया। दस सीटों के लिए हुई काउंसिलिंग में सैकड़ों अभ्यर्थियों के पहुंचने से अधिकारियों के हाथ-पैर फूल गए। ऐसे में अधिकारियों ने मेरिट में ऊपर के दस अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग कर बाकी अभ्यर्थियों को बिना काउंसिलिंग करे ही वापस लौटा दिया।

मेरठ में थी केवल दस सीटें

सहायक अध्यापक बनने के लिए बीटीसी के सैकड़ों अभ्यर्थी डायट छोटा मवाना पहुंच गए। 15 हजार सहायक अध्यापकों की भर्ती प्रक्रिया में मेरठ में केवल दस सीटें होने से सैकड़ों अभ्यर्थी काउंसिलिंग नहीं करा सके। अभ्यर्थियों की संख्या अधिक होने के कारण अधिकारियों ने मेरिट लिस्ट में ऊपर के दस अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग कर बाकी को लौटा दिया। काउंसिलिंग कराने आए विशाल गिरी, अमित मिश्रा, राशिद महमूद, अभिषेक शर्मा, विशाल गौतम आदि ने बताया कि भर्ती प्रक्रिया में जिला वरीयता होने और जिले में मात्र दस सीटें होने के कारण मेरठ के अभ्यर्थियों के सामने संकट खड़ा कर दिया है।

दूसरी काउंसिलिंग नहीं

पहली काउंसिलिंग में बीटीसी 2011 और 2012 बैच के अभ्यर्थी शामिल होने के कारण दूसरी काउंसिलिंग के सीटें ही रिक्त नहीं बचेंगी। ऐसे में बड़ी संख्या में मेरठ के बीटीसी प्रशिक्षित बेरोजगार रह जाएंगे। वहीं सीतापुर जैसे जिलों में 50 गुणांक वाले भी नौकरी पा लेंगे, जबकि मेरठ के 75 गुणांक वालों को भी नौकरी नहीं मिलेगी। अभ्यर्थियों ने कहा कि भर्ती प्रकिया स्टेट मेरिट होती तो सबको खुदी प्रतिस्पर्धा में शामिल होने का मौका मिलता। बीएसए मो। इकबाल ने बताया कि जिले में दस सीटों के लिए काउंसिलिंग प्रक्रिया को संपन्न कराया गया। इसके लिए बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से कुछ दिनों पहले ही शासनादेश जारी कर दिया गया था। काउंसिलिंग प्रक्रिया में पारदर्शिता बरती गई और अभिलेखों की कड़ी छानबीन की। उन्होंने बताया कि दस सीटों के लिए हुई काउंसिलिंग के लिए जनपद के डायट वाले अभ्यर्थियों को मेरिट के आधार पर मौका दिया गया। सीटें कम होने के कारण सभी अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग नहीं कराई गई। उन्होंने बताया कि 30 अक्टूबर तक चयनित अभ्यर्थियों की सूची जारी कर दी जाएगी। जिले में सीटें न होने के कारण दूसरे चरण की काउंसिलिंग नहीं हो पाएगी।