परतापुर इंडस्ट्रियल एरिया

- मेरठ की टॉप औद्योगिक इंडस्ट्रीज में शुमार परतापुर में अव्यवस्थाओं का अंबार

- मूलभूत सुविधाएं ही मुकम्मल नहीं, तो कैसे होगा इंडस्ट्रीज का विकास

Meerut । लखनऊ में आयोजित इंवेस्टर्स समिट से जनपद के सबसे महत्वपूर्ण और पुराने इंडस्ट्रीयल एरिया परतापुर को काफी आस बंधी है। करीब 50 सालों से निगम और प्रशासनिक अनदेखी के चलते परतापुर इंडस्ट्रीयल एरिया का हाल बदहाल है। हालत यह है कि दिल्ली रोड पर स्थित इस इंडस्ट्रीयल एरिया में आज भी पक्की सड़क, साफ सफाई, स्थाई विद्युत व्यवस्था और सुरक्षा की कमी है। उद्यमियों का कहना है कि हमारे पास क्षमता है कि इंवेस्टर्स की उम्मीदों पर खरे उतर सकें, लेकिन इंडस्ट्रीज एरिया में सुविधाओं का इस कदर अभाव है कि इंवेस्टर्स यहां रुकना पसंद ही नहीं करेंगे इसलिए पहले मूलभूत ढांचे में सुधार की जरुरत है।

कोटस-

मेरठ की परतापुर इंडस्ट्रीज को विकसित करने के लिए प्रशासन और निगम स्तर पर बातें तो अक्सर होती रही हैं, लेकिन इस बार इंवेस्टर्स समिट से कुछ उम्मीद बंधी है। मेरठ में इंवेस्टर्स को आकर्षित करने के लिए अभी मूलभूत सुविधाओं का काफी अभाव है। इंडस्ट्रीज को नई जमीन की जरुरत है, लेकिन दाम इतना अधिक है कि नई इंडस्ट्री एरिया विकसित नही हो पा रहा है।

- अनुराग अग्रवाल, वाइस चेयरमैन

इंवेस्टर्स समिट से मेरठ में निवेश की संभावनाएं काफी बढ़ी हैं। लेकिन इंवेस्टर यहां के हालत को देखकर अपना इंवेस्ट नही करेगा। सड़कें टूटी हुई हैं, सुरक्षा व्यवस्था नहीं है, कनेक्टिविटी की समस्या है। मेरठ से दिल्ली तक जाने में आज पांच से छह घंटे लगते हैं। ऐसे में पहले मूलभूत सुविधाओं को बेहतर किया जाए तब इंवेस्ट की उम्मीद करना बेहतर होगा।

- अश्वनी गेरा, वाइस चेयरमैन

मेरठ की इंडस्ट्रीज की मूलभूत समस्या है कि यहां नया इंडस्ट्रीज लैंड उपलब्ध नही हो पा रहा है। पुरानी इंडस्ट्रीज का विकास नही हो पा रहा है और निगम या प्रशासन का इस ओर ध्यान नही है। इसके बाद सुरक्षा व्यवस्था को लेकर इंडस्ट्रीज का हाल बेहद खराब है व्यापारी सुरक्षित नही है ऐसे में इस सब चीजों से इंवेस्टमेंट पर प्रभाव पड़ेगा।

- तनुज गुप्ता, सचिव

मेरठ की सड़कों को जाम से मुक्त कर कनेक्टिविटी में सुधार करना होगा। आज जाम के कारण यहां शहर में आम वाहनों का चलना मुश्किल है ऐसे में इंडस्ट्रीज के लिए यह काफी बड़ी समस्या है। इंडस्ट्रीज एरिया में सुरक्षा व्यवस्था से लेकर सड़कें, गंदगी और जलभराव की समस्या आम है। इन समस्याओं में सुधार जरुरी है।

- सुरेश चंद जैन, उद्यमी