-कचहरी जा रहे अधिवक्ता को बदमाशों ने सरेराह मनमोहन पार्क के पास कनपटी पर मारी गोली

-हत्या से गुस्साए वकीलों ने शहर में की तोड़फोड़, सिटी बस भी फूंकी

ALLAHABAD: शहर में अपराधियों के हौसले किस कदर बुलंद हैं, यह बुधवार को एक फिर साबित हो गया। डीजीपी ओपी सिंह और मुख्य सचिव राजीव कुमार शहर में मौजूद थे। करीब आधा घंटा पहले जिस जगह से इन दोनों अधिकारियों का काफिला गुजरा था, उससे सिर्फ 200 मीटर दूरी पर अपराधियों ने एक वकील का भेजा उड़ा दिया। कटरा के सबसे व्यस्त इलाके मनमोहन पार्क के पास दिनदहाड़े हुई इस घटना की खबर फैलते ही शहर में सनसनी फैल गई। वहीं हत्या से गुस्साए वकीलों ने कचहरी में कामकाज ठप करके हड़ताल कर दी। इसके बाद कचहरी और कटरा एरिया में वाहनों पर भी पथराव किया गया। कचहरी की तरफ से गुजर रही सिटी बस को आग के हवाले कर दिया गया।

चलती बाइक पर मारी गोली

रामबाग में रहने वाले अधिवक्ता राजेश कुमार श्रीवास्तव उर्फ राजू (50) बाइक से कचहरी जा रहे थे। सुबह करीब दस बजकर बीस मिनट पर उनकी बाइक मनमोहन पार्क कटरा में फोटोकॉपी की दुकान के पास से गुजरी। ठीक उसी समय बाइकसवार हमलावरों ने चलती बाइक पर ही वकील की कनपटी में गोली मार दी। गोली लगते ही राजेश जमीन पर गिरे और दम तोड़ दिया। इसके बाद हमलावर असलहे लहराते हुए मौके से फरार हो गए। आनन-फानन में अधिवक्ता को एसआरएन अस्पताल ले जाया गया, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

खबर मिलते ही बवाल

वकील की हत्या की सूचना मिलते ही बवाल शुरू हो गया। कचहरी के वकीलों ने हड़ताल करने के बाद तोड़फोड़ शुरू कर दी। कचहरी और कटरा इलाके में वाहनों पर पथराव किया गया। एसएसपी कार्यालय के सामने सिटी बस को आग के हवाले कर दिया गया। उधर एसआरएन हॉस्पिटल के पास गुस्साए वकीलों ने शव को हॉस्पिटल के मेडिकल चौराहे के पास रख जाम लगा दिया। इस दौरान वकीलों ने प्रदेश सरकार और पुलिस के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

पुलिस के साथ धक्का मुक्की

शहर में कई और जगह तोड़फोड़ और हंगामा किया गया। पुलिस अधिकारियों से भी धक्कामुक्की हुई। दोपहर दो बजे के करीब आइजी रमित शर्मा और प्रभारी डीएम सैमुअल पॉल ने बीस लाख रुपए मुआवजा समेत अन्य मांगें मानने का आश्वासन दिया। उसके बाद जाकर वकीलों का गुस्सा शांत हो सका।

होटल मालिक पर केस

इसके बाद अधिवक्ता के भाई बृजेश श्रीवास्तव की तहरीर पर रामबाग स्थित होटल क्राउन पैलेस और रामायणन रेस्टोरेंट के मालिक प्रदीप जायसवाल, निगम कर्मी कमल कुमार व दो अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है। पुलिस ने होटल मालिक को गिरफ्तार कर लिया है। आरोप है कि प्रदीप ने होटल के पीछे के हिस्सा कब्जा कर रखा था। नाले पर निर्माण भी करा लिया था। अधिवक्ता ने इसका विरोध किया था और हाईकोर्ट में मामले को लेकर पीआईएल दाखिल करने की तैयारी में थे। इसी विवाद को लेकर हत्या की आशंका जताई जा रही है।

होटल मालिक प्रदीप जायसवाल को गिरफ्तार कर लिया गया है। दूसरे आरोपी की तलाश में दबिश दी जा रही है। हमलावरों की सीसीटीवी फुटेज मिली है। होटल मालिक और अधिवक्ता के बीच विवाद था।

-आकाश कुलहरि, एसएसपी

इसलिए बड़ी घटना

डीजीपी और मुख्य सचिव मौजूद थे शहर में

घटनास्थल से 200 मीटर दूर कुछ ही देर पहले गुजरा था इनका काफिला

तीन दिन के भीतर तीसरी हत्या, अचानक तेजी से बढ़ा है अपराध का ग्राफ

जहां हत्या हुई वहां से

400 मीटर दूर पुलिस लाइन

500 मीटर दूर एसएसपी ऑफिस

500 मीटर दूरी डीएम ऑफिस