-ज्यादातर विभाग पूरा नहीं कर पाए वसूली का लक्ष्य
- राजस्व की वसूली में पिछड़ गया बिजली और निबंधन विभाग
Meerut : विभिन्न विभागों में वित्तीय वर्ष के टारगेट को लेकर मारामारी मची हुई है। आबकारी समेत विभिन्न विभाग टारगेट के करीब हैं तो कई विभागों में टारगेट न छू पाने पर आपाधापी मची हुई है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने विभिन्न विभागों का सर्वे कर टारगेट और एचीवमेंट की स्थिति खंगाली
वित्तीय वर्ष 2016-17
निबंधन विभाग
493 करोड़-टारगेट
300 करोड़-एचीवमेंट
आबकारी विभाग
711 करोड़-टारगेट
618 करोड़-एचीवमेंट
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जिला पंचायत
4.02 करोड़-जिला बोर्ड की आय
3.95 करोड़-खर्च
राज्य वित्त द्वारा
12.84 करोड़-गत वित्तीय वर्ष का अवशेष
18.09 करोड़-मौजूदा वित्तीय वर्ष में प्राप्ति
30.93 करोड़-कुल धनराशि
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पीवीवीएनएल
151 करोड़-वसूली का लक्ष्य
95 करोड़-वसूली
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एमडीएम
7 करोड़-राजस्व जुटाने का लक्ष्य
2.5 करोड़-अब तक जुटा पाए
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नगर निगम
40 करोड़-वसूली का टारगेट
23 करोड़-वसूली हुई
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कैंट बोर्ड
3.50 करोड़-वसूली का टारगेट
3.60 करोड़-वसूली की
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राजस्व एवं अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों को वित्तीय वर्ष समाप्ति से पूर्व टारगेट पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं।
-गौरव वर्मा, अपर जिलाधिकारी, वित्त एवं राजस्व