- सहायता राशि पाने और विरोधियों को फंसाने के लिए चाचा और सौतेले पिता ने रचा था खेल

-ईरा मॉल में शॉपिंग कराने के बाद बच्ची को खतौली में रखा गया था

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Meerut: जिस गैंग रेप पीडि़त बच्ची के अपहरण को लेकर लखनऊ में बैठे आला अफसरों को भी पसीना आ रहा था, उसका अपहरण सौतेले पिता और चाचा ने एससी-एसटी आयोग की ओर से गैंगरेप पीडि़ता को मिलने वाली क्.ख्भ् लाख रुपये की धनराशि के लिए कराया था। इतना ही नहीं अपने विरोधियों को फंसाने के लिए इस मामले में आरोप भी लगाया था।

फर्जी था मुकदमा

एसएसपी ओंकार सिंह ने मीडिया को बताया कि ढाई माह पहले गंगानगर के एम। ब्लॉक में रहने वाली बच्ची के साथ गैंग रेप किया गया, उसके अपहरण की गुत्थी से पुलिस ने पर्दा उठा दिया है। अपहरण को पीडि़ता के सौतेले पिता और रिश्ते के चाचा ने अंजाम दिया था। उनका मकसद था कि, मुकदमा दर्ज होने के बाद एससी/एसटी आयोग से मिलने वाली क्.ख्भ् लाख की सहायता पीडि़त परिवार को मिल जाएगी। साथ ही उन लोगों के साथ एक और मामला बन जाएगा, जिनके खिलाफ दुष्कर्म का मामला पहले से दर्ज है।

दुर्घटना का आरोप भी गलत

एसएसपी ने बताया कि इससे पहले भी पीडि़त परिवार की ओर से आकाश के खिलाफ जानलेवा हमले का मुकदमा दर्ज कराया था। वह भी झूठा निकला है। क्योंकि बच्ची का मवाना रोड पर एक्सीडेंट हुआ था। उसने जिस डॉक्टर से फर्जी डाक्टरी करने की कोशिश की, पुलिस ने उस डॉक्टर के भी बयान दर्ज किए हैं।

होगी कार्रवाई

एसएसपी ने बताया कि पीडि़ता को घर से अपने साथ उसका चाचा रविवार को पहले अब्दुल्लापुर में सोनू की दुकान में ले गया। साढ़े दस बजे से शाम चार बजे तक वहीं रखा। इसके बाद ब्.क्8 बजे दिल्ली रोड स्थित ईरा मॉल में ले गया। वहां शॉपिंग कराने के बाद बच्ची को ब्.फ्म् बजे खतौली के लिए लेकर रवाना हो गया। खतौली में बच्ची के रिश्ते के चाचा की मौसी रहती है। सोमवार रात तक उसे वहीं रखा गया। खतौली से लाने के बाद ही अब्दुल्लापुर में पुलिस फैंटम के पास छोड़ा गया, जहां से पुलिस ने बरामद करने के बाद पूरे मामले का खुलासा कर दिया। एसएसपी ने बताया कि इस मामले में परिजनों के खिलाफ कार्रवाई के लिए साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।

एसओ सस्पेंड

गंगानगर में बच्ची के साथ दुष्कर्म कांड में फजीहत कराने में एसओ हंसराज भदौरिया को सस्पेंड कर दिया। एसएसपी ओंकार सिंह का कहना है कि कार्य के प्रति लापरवाह मानते हुए कार्रवाई की गई है।