-मेरठ के इंचौली थानाक्षेत्र के गांव तोफापुर में हत्यारोपियों ने युवक को मारी ताबड़तोड़ नौ गोलियां

-मेरठ में ग्राम पंचायत पद की चुनावी रंजिश में मंगलवार हुई तीसरी हत्या

- पंचायत चुनाव में हिंसा रोकने में नाकाम मेरठ पुलिस, मौके पर पहुंचे पुलिस अफसरों को झेलनी पड़ा आक्रोश

MEERUT: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में जिला और क्षेत्र पंचायत सदस्य के सकुशल परिणाम घोषित का जश्न मना रहे पुलिस महकमे का ध्यान ताबड़तोड़ नौ राउंड फायर की गूंज ने तोड़ दिया। मेरठ के थाना इंचौली के गांव तोफापुर में मंगलवार सुबह प्रधान पद के दावेदार की चुनावी रंजिश में गांव के चार लोगों ने ताबड़तोड़ गोली मारकर हत्या कर दी। हत्यारोपियों ने युवक को नौ राउंड गोलियां मारी और हथियार लहराते हुए सबकी नजरों के सामने से फरार हो गए।

प्रधानी के चुनाव में ठोकी थी ताल

तोफापुर गांव में पुलिस से रिटायर्ड एसआई बहादुर सिंह यादव का छोटा बेटा 25 वर्षीय प्रेम कुमार उर्फ गुड्डन ने ग्राम पंचायत के चुनाव में ताल ठोकी थी। प्रेम के चाचा मेघराज यादव सपा के जिला महासचिव हैं और उन्होंने वार्ड 34 से जिला पंचायत सदस्य का चुनाव भी लड़ा था। हालांकि वे हार गए थे। प्रधान पद के उम्मीदवारी के साथ ही प्रेम गांव में जोर-शोर से कैंपेनिंग कर रहा था। बताया जा रहा है कि मंगलवार सुबह भी वह कैंपेनिंग के लिए घर से निकला था।

घेरकर गोलियों से भून दिया

इंचौली पुलिस के मुताबिक गांव के ही रहने वाले आनंद पुत्र मिट्टू से उसकी प्रधानी के चुनाव को लेकर रंजिश पनप चुकी थी। कहना है कि अपने मंसूबे को दबाकर आनंद ने मंगलवार को फोन पर प्रेम को गांव के ही निवासी तेजपाल के घर बुलाया। यहां मुख्य आरोपी आनंद के अलावा तीन लोग और मौजूद थे। आनंद और तीन साथियों जो पहले से प्रेम का इंतजार कर रहे थे, मामूली विवाद को लेकर झगड़ने लगे। हाथापाई के साथ ही हत्यारोपियों ने तमंचे से प्रेम पर ताबड़तोड़ फायर झोंकना शुरू कर दिया। मृतक को नौ गोलियां आरोपियों ने मारी। सीने, सर, पेट, चेहरा और पैर में प्रेम गोली लगी है। हत्याकांड को अंजाम देने के बाद आनंद और उसके साथी हथियार लहराते हुए मौके से बाइक पर फरार हो गए।

दबिश में हाथ नहीं लगे आरोपी

गोलियों की गूंज से गांव थर्रा गया तो वहीं हर कोई घटनास्थल की ओर दौड़ पड़ा। प्रेम के परिजन और ग्रामीण उसे लेकर मेरठ के शास्त्री नगर स्थित एक प्राइवेट हॉस्पिटल में पहुंचे। जहां डॉक्टर ने परीक्षण के बाद उसे मृत घोषित कर दिया। सत्तापक्ष से मामला जुड़ा होने के चलते सपा नेता अतुल प्रधान, सरोजनी अग्रवाल, नवाजिश शाहिद आदि के अलावा जानकार हॉस्पिटल में जुट गए तो वहीं सीओ सदर ग्रामीण ने शिवराज सिंह ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों से घटना के संबंध में जानकारी हासिल की। बड़ी संख्या में पुलिसबल इस दौरान मौजूद रही, पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने कई जगह दबिश दी लेकिन वे हाथ नहीं लगे।