छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : पूरे देश में स्वच्छ भारत अभियान जोर-शोर से चल रहा है। साफ-सफाई के इस अभियान में बढ़-चढ़कर लोग भाग ले रहे हैं। तमाम ऑर्गनाजेशंस, इंस्टीट्यूट्स, कंपनीज और ऑफिसेज से जुड़े इंप्लाइज इस अभियान से जुड़कर भारत को स्वच्छ रखने की मुहिम में जुटे हुए हैं। स्वच्छ भारत अभियान को मास मूवमेंट बनाने की कोशिशें चल रही है। इस अभियान का मकसद सरकारी दफ्तरों में साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखना है। शुक्रवार को जब आई नेक्स्ट ने कई सरकारी विभागों का जायजा लिया तो स्वच्छ भारत अभियान की पोल खुल गई। सरकारी बाबू साफ-सफाई का दावा कर रहे थे, पर हकीकत में यहां गंदगी पड़ी थी। ऐसे में सरकार का यह महत्वाकांक्षी अभियान कैसे सफल हो पाएगा, सहज ही समझा जा सकता है।

कैसे स्वच्छ दिखेगा ऑफिस?

साकची में समाहरणालय के पास स्थित एमवीआई ऑफिस। शुक्रवार की दोपहर ऑफिस में काफी भीड़ भाड़ थी। कामकाज के सिलसिले में लोग आ-जा रहे थे। इस बीच एक शख्स एमवीआई ऑफिस के पास स्थित पब्लिक प्लेस में ही मूत्र विसर्जन कर देता है। एक तरफ उस शख्स ने अगर अपने सिविक सेंस का परिचय नहीं दिया तो दूसरी ओर उसे ऐसे करने से मना के लिए भी कोई आगे नहीं आया। यहां यह कोई पहला मामला नहीं है। यह नजारा यहां आम है। लोग इस पब्लिक प्लेस को शायद टॉयलेट समझ बैठे हैं, तभी तो इस तरह की हरकत यहां खुले रूप से करते हैं। डीसी ऑफिस के रेवेन्यू डिपार्टमेंट के पीछे के पब्लिक प्लेस को लोग टॉयलेट की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं खास बात है कि जिले का प्रशासनिक महकमा यहीं बैठता है, पर पब्लिक प्लेस को टायलेट की तरह इस्तेमाल किए जाने पर रोक लगाने के लिए कोई पहल नहीं की जा रही है।

ऑफिस के बाहर कचरे का अंबार

साकची जेल चौक के पास फाइलेरिया नियंत्रण यूनिट और जिला कुष्ठ निवारण पदाधिकारी का ऑफिस है। ऑफिस कैंपस में घुसते ही आपकी नजर यहां बाहर खराब पड़े जीप के बोनट पर रखे शराब के बोतल पर पड़ेगी। कैंपस में खराब पड़े कई एंबुलेंस भी कबाड़ की तरह यहां पड़े हुए हैं। ऑफिस के अंदर भी कुछ ऐसा ही नजारा देखा जा सकता है। फालेरिया डिपार्टमेंट के ऑफिस के अंदर डीप फ्रीजर सहित कई सामान कबाड़ की तरह रखा हुआ है। यहां से कुछ दूर ड्रग डिपार्टमेंट का ऑफिस है। ऑफिस कैंपस में झाड़ी उग आई है तो कचरे का भी ढ़ेर है। खास बात है कि इस इलाके में स्थित तमाम गवर्नमेंट ऑफिसेज के पास गंदगी का पड़ा होना आम है।

इन पर है सफाई की जिम्मेदारी

जमशेदपुर नोटिफाईड एरिया कमिटी और मानगो नोटिफाईड एरिया कमिटी पर शहर के साफ-सफाई की जिम्मेदारी है। पर इनके ऑफिस में खुद सफाई को लेकर कोताही बरती जाती है। जेएनएसी ऑफिस में सीढि़यों के पास कबाड़ का ढेर पड़ा हुआ है। वही एमएनएसी ऑफिस में भी जगह-जगह दीवार पीक से रंगी हुई हैं। इन सभी विभागों में साफ-सफाई के प्रति अवेयरनेस का हाल देखकर अंदाजा लगाया जा सकता है की स्वच्छता अभियान को लेकर सरकारी अधिकारी कितने जागरुक है।