-सचेण्डी के धरमंगदपुर गांव का मामला, क्लास-5 का स्टूडेंट था

-शाम को घर से खेलने के लिए निकला था, दूसरे मकान में मिला शव

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KANPUR : सचेण्डी में सोमवार की शाम को सिक्योरिटी गार्ड का बेटा खेल-खेल में फांसी पर झूल गया। भाई उसको ढूंढते हुए दूसरे मकान पर गया तो उसका शव दुपट्टे के सहारे कुंडे पर लटका था। जिसे देख उसके होश उड़ गए। आनन फानन में उसके शव को फंदे से उतारकर परिजनों को जानकारी दी तो घर पर कोहराम मच गया। सूचना पर पुलिस ने मौके पर जाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

कुंडे में लिपटा था फंदा

सचेण्डी के धरमंगदपुर में रहने वाले संतोष सिंह सिक्योरिटी गार्ड हैं। उनके परिवार में पत्नी कमलेश और चार बेटे शैलेंद्र, नरेंद्र, वीरेंद्र व धीरेंद्र (10) हैं। जिसमें धीरेंद्र क्लास 5 का स्टूडेंट था। संतोष के दो मकान हैं। कुछ दिनों पहले घरवाले नए मकान में शिफ्ट हो गए थे, लेकिन संतोष और उनके बच्चे देखरेख के लिए पुराने मकान में जाते रहते हैं। सोमवार की शाम को धीरेंद्र घर के बाहर खेल रहा था। इसी बीच वो पुराने मकान में चला गया। देर शाम तक उसके घर न आने पर परिजन परेशान हो गए। भाई उसको ढूंढते हुए पुराने मकान में पहुंचा तो उसने देखा उसका शव दुपट्टे के सहारे फांसी पर लटका था। परिजन समेत इलाकाई लोगों का मानना है कि उसने खेल-खेल में फांसी लगा ली है। भाई के मुताबिक कुंडे में दुपट्टा बंधा हुआ नहीं था, बल्कि वो कुंडे में लिपटा था। जिससे पुष्टि होने की उसने झूला झूलने के लिए कुंड में दुपट्टा डाला था और वो मौत के फंदे में बदल गया। धीरेंद्र की मां कमलेश कैंसर से पीडि़त है। बेटे की मौत से मां की तबीयत और खराब हो गई है।