>RANCHI : विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जारी आदर्श चुनाव आचार संहिता का व्यापक असर सरकारी दफ्तरों में दिख रहा है.आचार संहिता की वजह से एक तरफ नई योजनाओं का क्रियान्वयन नहीं हो रहा है, तो दूसरी तरफ सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों के चुनाव की तैयारी में व्यस्त होने से आमलोगों को भी परेशानी हो रही है। काम के सिलसिले में दफ्तर की दौड़ लगा रहे लोगों को बिना काम हुए निराश लौटना पड़ रहा है। इसकी वजह अधिकारियों व कर्मचारियों का ऑफिस में ऑफिस आवर के दौरान ज्यादातर चुनावी कार्यो को ही संपादित करने में ही गुजर जा रहा है। ऐसे में आमलोगों के काम के लिए उनके पास समय ही नहीं बच रहा है।

नहीं बन रहे सटिर्फिकेट्स

रेसिडेंसियल सर्टिफिकेट, इनकम सर्टिफिकेट, कास्ट सर्टिफिकेट और कैरेक्टर सर्टिफिकेट जैसे कई और सर्टिफिकेट बनाने के लिए लोगों को ऑफिस का कई बार चक्कर लगाना पड़ रहा है। इसकी वजह ज्यादातर अधिकारियों और कर्मचारियों की ड्यूटी चुनाव की तैयारियों में लग गई है। ऐसे में यहां वे सर्टिफिकेट बनाने के बाबत फॉर्म तो सबमिट कर रहे हैं, पर सर्टिफिकेट नहीं मिल रहा है। हर दिन सर्टिफिकेट बनाने के लिए जमा किए जानेवाले अप्लीकेशन फॉर्म की संख्या बढ़ती ही जा रही है।

नहीं हो रहे हैं सिग्नेचर

प्रज्ञा सेंटरों पर रेसिडेंसियल सर्टिफिकेट व कैरेक्टर सर्टिफिकेट बनाने के लिए रांची जिले के दूर-दराज इलाके से हर दिन लोग पहुंच रहे हैं, लेकिन उनका काम समय पर नहीं हो रहा है। ऐसे में उन्हें निराश वापस लौटना पड़ता है। ओरमांझी के कैलाश महतो ने बताया कि उन्होंने क्भ् दिन पहले कैरेक्टर सर्टिफिकेट के लिए आवेदन दिया है, लेकिन अबतक कैरेक्टर सर्टिफिकेट नहीं बन सका है। कई बार ऑफिस का चक्कर लगा चुका हूं। हर बार यही कहा जाता है कि 'साहब' चुनाव की तैयारियों में व्यस्त हैं। इस कारण सर्टिफिकेट पर सिग्नेचर नहीं हो सका है। सिग्नेचर होने के बाद ही सर्टिफिकेट इश्यू किया जा सकेगा। आखिर ऐसे में हम क्या करें।

दफ्तरों में कम होने लगी है भीड़

सामान्य दिनों में डीसी ऑफिस में काम के सिलसिले में लोगों की भीड़ लगी रहती है, लेकिन जब से चुनाव की घोषणा हुई है, डीसी ऑफिस आनेवाले लोगों की संख्या कम हो गई है। अगर कोई काम के सिलसिले में आता भी है तो उम्मीद कम ही रहती है कि उसका काम उस दिन हो जाए। लोग यह समझ चुके हैं कि सरकारी अधिकारी और कर्मचारी चुनाव की तैयारियों में लगे हुए हैं। ऐसे में अगर काम को लेकर ऑफिस जाएंगे भी तो काम का पूरा होना मुश्किल है। इसलिए परेशानी उठाने का कोई तुक नहीं है। यही वजह है कि डीसी ऑफिस में धीरे-धीरे भीड़ कम होती जा रही है।