सर्किट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक का आयोजन

आयोग की सदस्या ने कहा, दबे-कुचले वर्ग के लोगों को हक दिलाने के लिए करें कार्य

Meerut। सर्किट हाऊस सभागार में शनिवार को राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी आयोग की सदस्या मंजू दिलेर ने प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान प्रधानमंत्री स्वच्छता अभियान के संबंध में विशेष दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान निगम के सफाई कर्मचारियों ने भी मंजु दिलेर से मुलाकात कर अपनी समस्याओं से उन्हें रू-ब-रू कराया।

मैला ढोने की प्रथा पर रोक

सर्किट हाउस में डीएम व एसएसपी समेत अन्य अधिकारियों से बात करते हुए मंजू दिलेर ने कहा कि सभी अधिकारी प्रधानमंत्री के स्वच्छ भारत के सपने को साकार करने के लिए बिना भेदभाव समाज के दबे-कुचले वर्ग के लोगों को हक दिलाने के लिए कार्य करें। उन्होंने कहा कि मानव का मल मानव द्वारा ढोना एक अमानवीय कृत्य है, जिसे न्यायालय ने भी अपराध माना है। उन्होंने बताया कि मानव का मल मानव द्वारा ढोना जैसी कुप्रथा को मैनुअल स्कैवेंजर्स एक्ट 2013 में लागू कर प्रतिबंधित किया गया था। हालांकि अभी भारत वर्ष के 12 राज्यों में यह कुप्रथा चल रही है, जिसमें यूपी भी शामिल है। यूपी के 47 जनपदों में से एक मेरठ में भी यह कुप्रथा बंद नहीं हुई है। इसके लिए स्वच्छकार मुक्ति योजना शुरू की गई है, जिसमें ऐसे सभी लोगों को जोड़कर योजना के अंतर्गत 40 हजार का आर्थिक अनुदान प्रदान कर आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य रखा गया है।

समस्याओं का जल्द समाधान

बैठक में मंजू दिलेर ने जिलाधिकारी को नगर निगम से संबंधित समस्याओं के निराकरण के लिए कहा। जिनमें

2215 संविदा सफाईकर्मियों का प्रकरण, जिनमें से हटाये 17 कर्मियों को बहाल कराने

200 सफाईकर्मियों का टैंडर निरस्त कराने

नियुक्त सफाईकर्मियों को शैक्षिक योग्यता के आधार पर लिपिक आदि पदों पर पदोन्नति कराने

सवेतन साप्ताहिक अवकाश देने

सफाईकर्मियों को सेफ्टी किट देने

आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत मलिन व दलित बस्तियों में छुटे लोगों का पंजीकरण कराने

समान काम समान वेज दिलाने

मृतक आश्रित का चिकित्सा क्षतिपूर्ति बिल भुगतान कराने

ह रहे मौजूद

बैठक में डीएम अनिल ढींगरा, एसएसपी अखिलेश कुमार, नगर मजिस्ट्रेट शैलेंद्र कुमार सिंह, एसीएमओ, अपर जिला पंचायत राज अधिकारी, नगर निगम एवं संबधित विभागीय अधिकारी सहित सफाई कर्मचारी पदाधिकारी राजू धवन, कैलाश चंदौला सहित अन्य सफाईकर्मी भी उपस्थित रहे।