लखनऊ में चार्ज लेने के बाद बोर्ड मुख्यालय पहुंचीं शैल यादव

अधिकारियों के साथ मीटिंग करके जाना बोर्ड का हाल

ALLAHABAD: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद की नई सचिव शैल यादव लखनऊ में पदभार ग्रहण करने के बाद शुक्रवार को बोर्ड मुख्यालय पहुंचीं। यहां उन्होंने बोर्ड अधिकारियों के साथ विरासत में मिली चुनौतियों पर चर्चा की। खासतौर पर हाल में ही प्रकाश में आए टीईटी 2011 में करीब साढ़े चार सौ अभ्यर्थियों को गलत तरीके से शामिल करने के प्रकरण व उक्त मामले में दोषी पाए गए दो लिपिकों को निलंबित करने के बाद चल रही जांच समेत अन्य कई मुद्दों पर मंथन किया। इसके साथ ही अपने दो साथियों के निलंबन से नाराज लिपिकों के विरोध की भी जानकारी ली।

बोर्ड में दूसरी पारी

यूपी बोर्ड में नई सचिव के रूप में तैनात शैल यादव की बोर्ड में ये दूसरी पारी है। इसके पूर्व वे बोर्ड में ही प्रभारी सभापति के रूप में भी तैनात रह चुकी हैं। बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि बोर्ड में मौजूद अनियमितता व कर्मचारियों की कार्यशैली में सुधार लाना उनकी पहली प्राथमिकता है। शुक्रवार को बोर्ड मुख्यालय पहुंचने के बाद उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों से बातचीत की और काम काज का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने बताया कि इंटरमीडिएट के पाठ्यक्रम में विभाजन का कार्य किया जा रहा है, जो सितंबर तक पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद इलेवेंथ व ट्वेंल्थ के कोर्स अलग-अलग हो जाएंगे। बोर्ड परीक्षा में भी सिर्फ ट्वेल्थ के कोर्स से ही प्रश्न पूछे जाएंगे। गौरतलब है कि यूपी बोर्ड की सचिव इसके पूर्व संस्कृत शिक्षा परिषद में प्रथम सचिव के रूप में तैनात रही और लगातार दस वर्षो तक कार्य किया। इसके साथ ही शिक्षा विभाग में भी अन्य कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्यरत रह चुकी हैं।