11 दिसंबर को दिल्ली से आएगी एक्सपर्ट टीम

डीएम ने दिया क्रेडिट कार्ड बनवाए जाने के निर्देश

ALLAHABAD: यहां जन्म से लेकर मृत्यु तक लोगों के कपड़े बनाए जाते हैं लेकिन किसी प्रकार की सुविधा या अनुदान नहीं मिलता है। जबकि, बीस हजार लोग इस वस्त्र उद्योग से रोजगार प्राप्त करते हैं। यह कहानी है मऊआइमा और लालगोपालगंज के बुनकरों, कुम्हारों, रंगरेज व पटाखा बनाने वाले कारीगरों की। मंगलवार को डीएम संजय कुमार ने कारीगरों से मिलकर उनकी समस्याएं सुनी। साथ में सोरांव विधायक सत्यवीर मुन्ना और विधायक अंसार अहमद भी मौजूद थे। टीम ने लालगोपालगंज में चुनरी समेत अन्य उद्योग स्थानों का भ्रमण किया।

सुविधाओं को मोहताज हैं कारीगर

चेयरमैन मऊआइमा ने डीएम को बताया कि यहां लूम बिजली से संचालित होता है। महिलाएं और पुरुष जीवनभर इसी व्यवसाय से जीवन यापन करते हैं। कच्चा मटेरियल नहीं मिलता और इसके लिए प्रदेश के बाहर का सहारा लेना पड़ता है। जमीन नहीं होने से मिट्टी नही मिलती, साथ ही बिजली पर्याप्त नही होने से रोजगार पर मंदी छाने लगती है। लालगोपालगंज के रंगरेजों व कुम्हारों ने बताया कि यहां चुनरी, धागा, गमछा और मिट्टी के बर्तन तैयार किए जाते हैं। यहां की चुनरी विंध्याचल, मैहर समेत अन्य दूर-दराज के देवी मंदिरों में चढ़ाई जाती है। स्थानीय बाजार नही होने से कारीगरों को उनका उचित मूल्य नही मिल पाता है। चार सौ लोग कारोबार में हैं लेकिन कच्चा माल भिवंडी महाराष्ट्र से मंगाया जाता है। हिंदू-मुस्लिम, दोनों समुदाय चुनरी बनाने का कार्य कर एकता की मिसाल प्रदर्शित करते हैं। बावजूद इसके बिजली, सरकारी मदद, अनुदान और बैंकों से ऋण नही मिलने से कारीगरों की सामाजिक व आर्थिक उन्नति नही हो पा रही है।

चिंता मत करो, आएंगे अच्छे दिन

समस्याएं सुनने के बाद डीएम ने दोनों स्थानों पर कारीगरों का क्रेडिट कार्ड बनवाने का निर्देश दिया। इस कार्ड से तीन प्रतिशत का ऋण मिलेगा। उन्होंने उप निदेशक उद्योग को पारदर्शी ढंग से काम करने और उद्योग विभाग को इनकी समस्याओं का निस्तारण कैंप लगाकर करने को कहा। उन्होंने कहा कि 11 दिसंबर को दिल्ली से टीम आ रही है जो इन क्षेत्रों का भ्रमण कर समस्याओं को जानेगी। इसके अलावा मुंबई व दिल्ली से वस्त्र उद्योग के दक्ष कारीगरों को बुलाकर स्थानीय कारीगरों को ट्रेनिंग दिलाई जाएगी। जिससे अंतरराष्ट्रीय बाजार तक स्थानीय उत्पादों को भेजा जा सके। कुम्हारों को पट्टा जमीन देने का निर्देश देने के साथ उन्हें माघ मेले में कुल्हड़ बनाने के लिए आमंत्रित भी किया। उन्होंने मऊआइमा में कॉमन फैसिलिटी सेंटर बनाने को कहा।

आपकी मदद को तैयार है सरकार

विधायक सत्यवीर मुन्ना ने कहा कि परंपरागत सामानों को आधुनिक तरीके से बनाकर बेचने से व्यवसाय में वृद्धि होगी। उन्होंने कहा कि स्थानीय कारीगरों को मंच और मदद देने के लिए उप्र की सरकार तैयार है। विधायक अंसार अहमद ने कहा कि एक्सपर्ट टीम बेहतर उत्पाद बनाने में मदद करेगी। इसके लिए जरूरी है कि यहां के सामान अन्य शहरों में जाएं और कच्चा माल यही से प्राप्त होगा। चेयरमैन मऊआइमा व लालगोपालगंज से धन्यवाद ज्ञापित किया।