कूड़ा निस्तारण के अंकों में निगम की व्यवस्था फेल
साथ में कलैक्ट किया जा रहा गीला और सूखा कूड़ा
Meerut। स्वच्छता सर्वेक्षण में सफलता के लिए नगर निगम को अपने एक-एक अंक के दावे को पूरी सत्यता और मेहनत के साथ साबित करना है। लेकिन निगम की लापरवाही खुद के ही दावे पर भारी पड़ रहा है। हालत यह है कि करीब 440 अंकों की महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले निगम के कूड़ा कलेक्शन की व्यवस्था फीडबैक के बाद भी जस की तस है। कूड़ा पुराने और आधे अधूरे तरीके से कलैक्ट किया जा रहा है, जबकि मानक के अनुसार निगम के सफाई कर्मचारियों को घरों से निकलने वाला गीला और सूखा कूड़ा अलग अलग एकत्र करके उसका अलग अलग ही निस्तारण करना है, लेकिन न तो निगम के कर्मचारी कूड़ा अलग एकत्र कर रहे हैं और न निगम के पास गीला-सूखा कूड़ा अलग-अलग निस्तारण करने का कोई उपाय या प्लांट है।
फैक्ट
5000 अंकों की स्वच्छता सर्वेक्षण में निगम की परीक्षा
ओडीएफ, स्वच्छता, कूडा कलेक्शन, कूडा निस्तारण आदि पर दिए जाएंगे अंक
1250 अंकों का सत्यापन करेगा जनता का फीडबैक
1250 अंक दिलाएगा निगम द्वारा अपलोड डाटा का सत्यापन
1250 अंक निगम द्वारा उपलब्ध सेवाओं के
1250 अंक मिलेंगे स्वच्छता सर्वेक्षण टीम के निरीक्षण में
इन कामों लापरवाही पड़ सकती है निगम को भारी
काम अंक
घर-घर से कूड़ा कलेक्शन 45
कूड़ा ले जाने के साधन यानी ट्रांसपोर्ट 50
गीले और सूखे कूडे़ का अलग-अलग कलेक्शन 65
गीले-सूखे कूडे़ का मानक अनुसार निस्तारण 375
सफाई कर्मचारियों को दी जाने वाली सुविधाएं 40
सफाई कर्मचारियों को सुरक्षा उपकरण 55
कूडे़दान फ्री शहर की सड़कें व मोहल्ले 18
मल निस्तारण 163
शौचालयों की ऑनलाइन लोकेशन 60
स्वच्छता के लिए जागरुकता कार्यक्रम 63
निगम कर्मचारियों की प्रशिक्षण की कार्यशाला 37
स्वच्छता के लिए नई खोज या काम 62
हमारा प्रयास सर्वेक्षण के एक एक मानक को पूरी तरह पूरा करने की है। ओडीएफ के बाद कूडा कलेक्शन पर हम शत प्रतिशत प्रयास किया जा रहा है।
अमित कुमार, अपर नगरायुक्त