कानपुर। भारत बनाम इंग्लैंड के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी मैच शुक्रवार से 'द ओवल' मैदान पर खेला जाएगा। भारतीय कप्तान विराट कोहली के लिए इस सीरीज में कुछ बचा नहीं है। भारत 1-3 से पहले ही सीरीज में पिछड़ चुका है। अब चाह कर भी टीम इंडिया आखिरी मैच जीतकर श्रंखला अपने नाम नहीं कर पाएगी। ओवल मैदान का इतिहास देखें तो यहां भारत ने यहां कुल 12 मैच खेले हैं जिसमें सिर्फ एक में जीत मिली जबकि 4 हार गए और 7 मैच ड्रा रहे। इस रिकॉर्ड को देखते हुए विराट के लिए ओवल टेस्ट जीत पाना थोड़ा मुश्किल है।

82 सालों से ओवल में जीते सिर्फ एक टेस्ट,यहां विराट कैसे बन पाएंगे बेस्ट?

1971 में मिली थी इकलौती जीत

क्रिकइन्फो के डेटा के मुताबिक, ओवल मैदान पर भारत ने सबसे पहला मैच 1936 में खेला था। यह भारत का दूसरा इंग्लैंड दौरा था और टीम इंडिया की कमान महाराज ऑफ विजयनगर के हाथों में थी। पहला ही मैच भारत 9 विकेट से हार गया था। इसके बाद तो मानों हार की झड़ी लग गई। 82 साल हो गए टीम इंडिया यहां कुल 12 बार खेलने आई जिसमें सिर्फ एक में जीत मिली। भारत ने ओवल पर इकलौता मैच 1971 में जीता था तब टीम इंडिया की कमान अजीत वाडेकर के हाथों में थी। भारत ने वो मैच 4 विकेट से जीता था। इस जीत के हीरो भगवत चंद्रशेखर थे जिन्होंने मैच में 10 विकेट लेकर भारत को जीत दिलाई थी।

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नकारात्मक बातों को करेंगे दूर

मौजूदा टेस्ट सीरीज में भारत की तरफ से सिर्फ विराट कोहली ही रन बना पाए हैं बाकी सभी बल्लेबाज फ्लॉप रहे। इस बात को कप्तान भी मानते हैं। वह कहते हैं, 'मुझे लगता है पहली पारी में मेरे जल्द आउट होने से काफी फर्क पड़ा। मैं क्रीज पर ज्यादा देर खड़ रहता तो शायद हम मेहमान को बड़ी लीड दे पाते।' खैर विराट चार टेस्ट खत्म होने के बाद अब फाइनल मैच की तैयारी पर ध्यान दे रहे। उनका कहना है वह नकारात्मक बातों को दरकिनार करते हुए सिर्फ सकारात्मक सोच के साथ मैदान में उतरेंगे।

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