सावन में तीर्थ सम्राट प्रयाग में फ्री के साथ गरीब और अमीर सभी के लिए मौजूद है पैकेज

परेशान न हों, शिव मंदिरों में संपर्क करें और अपनी हैसियत के अनुसार रूद्राभिषेक कराएं

ALLAHABAD: यदि आप परेशानियों से जूझ रहे हैं और पूरी श्रद्धा होने के बावजूद आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने से रूद्राभिषेक नहीं करा पा रहे हैं तो भी आपके लिए तीर्थ सम्राट प्रयाग में कई आप्शन हैं। इसमें मुफ्त से लेकर महज ढाई सौ रुपये का पैकेज भी शामिल है। इसके अलावा आप दो, तीन और पांच हजार से अधिक खर्च करना चाहते हैं तो भी आपके लिए विशेष पैकेज है। फ्री के साथ पेड रूद्राभिषेक की व्यवस्था जहां लोक सेवा आयोग चौराहे पर स्थित हनुमान मंदिर में उपलब्ध है तो एक मंदिर ऐसा भी है जहां 250 रुपए से लेकर तीन हजार रुपए तक का रुद्राभिषेक कराने की व्यवस्था है।

श्री आदि शंकर विमान मंडपम

त्रिवेणी बांध स्थित श्री आदि शंकर विमान मंडपम में महज 250 रुपए की पर्ची कटाकर रुद्राभिषेक कराया जाता है। इसके लिए एक दिन पहले बुकिंग करानी होगी। रुद्राभिषेक के लिए मंदिर की तीसरी मंजिल पर स्थित गर्भगृह में दस टन का शिवलिंग स्थापित किया गया है। इसके साथ एक हजार शिवलिंग जुड़े हुए हैं। प्रधान पुजारी की अगुवाई में पूजा कराई जाती है लेकिन गर्भगृह में सिर्फ पुजारी को ही जाने की अनुमति है। जबकि यजमान व उनके परिजनों को बाहर बैठकर रुद्राभिषेक देखने की सुविधा दी गई है। पूजा कराने में ढाई घंटे का समय लगता है। पूजा समाप्त होने के बाद एक झोले में यजमान को नारियल, केसर हलुआ, केला व भस्म प्रसाद स्वरूप दिया जाता है।

अखिलेश्वर महादेव मंदिर

महर्षि पतंजलि के ठीक सामने चिन्मय नवीन सेवा आश्रम द्वारा संचालित अखिलेश्वर महादेव मंदिर में सावन माह में 2100 रुपए में रुद्राभिषेक तो आम दिनों में 1750 रुपए में अभिषेक कराया जाता है। इसके लिए मंदिर प्रबंधन समिति ने कर्मकांड विशेषज्ञ अखिलेश कुमार पांडेय व दिलीप कुमार शुक्ला को नियुक्त किया है। मंदिर के गर्भगृह में रुद्राभिषेक कराया जाता है जो पूरी तरह से वातानुकूलित है। वहीं पर यजमान को भी बैठाया जाता है। अभिषेक कराने के लिए एक दिन पहले कार्यालय में संपर्क करना होता है। एक बार रुद्राभिषेक कराने पर चार लीटर दूध, सौ ग्राम की शहद की पांच शीशी, आधा किग्रा देशी घी व दो किग्रा चीनी सहित अन्य पूजन सामग्री का उपयोग किया जाता है।

कोटेश्वर महादेव

शिवकुटी स्थित कोटेश्वर महादेव मंदिर में पंडितों के जरिए रुद्राभिषेक कराया जाता है। इसके लिए यजमान से तीन हजार रुपए लिया जाता है। दो घंटे तक भगवान शिव के एक हजार नामों का जप करके अभिषेक की प्रक्रिया पूरी कराई जाती है। हालांकि रुद्राभिषेक कराने के लिए मंदिर के पुजारी रवि गिरि की अनुमति लेना आवश्यक होता है।

मनकामेश्वर व नागवासुकि मंदिर

सरस्वती पार्क के समीप स्थित मनकामेश्वर महादेव मंदिर में पं। विद्याकांत पांडेय की अगुवाई में रुद्राभिषेक कराया जाता है। पूरा कराने के लिए ढाई हजार रुपए खर्च होता है और भगवान शिव व पार्वती का षोडशोपचार पूजन के बाद रुद्राभिषेक कराने में सवा घंटे का समय लग जाता है। पंडितों की दक्षिणा भी उसी खर्च में शामिल रहती है। नागवासुकि मंदिर में कर्मकांड विशेषज्ञ सुधीर मिश्रा की देखरेख में पूजा होती है इसके लिए पुजारी पप्पू जी की अनुमति लेनी पड़ती है। यहां पर ढाई से तीन हजार रुपए का खर्च देना होता है। दोनों मंदिरों में समानता यह है कि पूजा के दौरान पूजन सामग्री के अलावा भगवान शिव, माता पार्वती व गणेश जी को नए वस्त्र पहनाया जाता है।

शंकराचार्य जयेन्द्र सरस्वती ने लोक कल्याण के लिए कम पैसे में पूजा का निर्देश दिया है। कोई भी भक्त पर्ची कटाकर मंदिर में विधि विधान से होने वाली पूजा देख सकता है।

वासुदेव भंडारी, प्रधान पुजारी श्री आदि शंकर विमान मंडपम

श्रावण मास में यजमानों से पूजा कराने के लिए 2100 रुपए लिया जाता है। पंडितों की दक्षिणा भी उसी में शामिल रहती है। इसके लिए यजमान को पंडित जी से संपर्क करके रसीद कटवानी पड़ती है।

स्वामी योगास्थानंदा, कर्ताधर्ता चिन्मय नवीन सेवा आश्रम

मंदिर परिसर में अनुमति लेकर भक्त अपने पंडित से रुद्राभिषेक करा सकता है। बस पूजा समाप्त होने के बाद संबंधित यजमान को परिसर की साफ सफाई जरुर करानी चाहिए।

रवि गिरि, प्रधान पुजारी, कोटेश्वर महादेव

मंदिर परिसर में रोज आधा दर्जन कर्मकांड के विशेषज्ञ मौजूद रहते हैं। एक रुद्राभिषेक कराने पर ढाई हजार लगता है और दो पंडित पूजा कराते हैं तो सवा घंटे का समय लग जाता है।

स्वामी श्रीधरानंद ब्रह्माचारी, प्रभारी मनकामेश्वर महादेव मंदिर

यजमान के आग्रह पर मंदिर के परिसर में पूजा कराई जाती है। इसके लिए ढाई से तीन हजार रुपए का खर्च आता है। षोडशोपचार पूजन के साथ रुद्राभिषेक कराने में तीन घंटे का समय लग जाता है।

पं। सुधीर मिश्रा, नागवासुकि मंदिर

हमारे यहां मंदिर में बड़ी संख्या में भक्त रूद्राभिषेक के लिए आ रहे हैं। जो मजबूर व गरीब हैं उन्हें नि:शुल्क रूद्राभिषेक कराने की सुविधा दी जा रही है। जो सक्षम हैं वे सशुल्क रूद्राभिषेक करा रहे हैं।

आचार्य बालकृष्ण, प्रधान पुजारी, हनुमान मंदिर, लोक सेवा आयोग