-ट्रैफिक पुलिस कर्मचारियों की परीक्षा ले रही धूप

-चौराहों पर इंतजाम नाकाफी, हवा में डीजीपी के फरमान

GORAKHPUR: शहर में भीषण गर्मी के बीच ट्रैफिक व्यवस्था संभाल रहे पुलिस कर्मचारियों को स्वस्थ रहने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। कोई कर्मचारी ग्लूकोज पीकर ड्यूटी बजा रहा तो किसी के लिए आम का पना राहत का सामान बना है। गुड़ के रस से लेकर प्यास तक यूज कर पुलिस कर्मचारी अपने को सेफ रख रहे हैं। भरी दोपहरी शनिवार को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम ने चौराहों पर ड्यूटी कर रहे पुलिस वालों से बातचीत की। इस दौरान सामने आया कि बिना छाजन के कड़ी धूप से लड़ने के लिए ट्रैफिक जवान तरह-तरह के उपाय अपना रहे हैं।

जेठ की कड़ी धूप और उमस भरी गर्मी के बीच हर कोई हलकान हो जा रहा है। इन परिस्थितियों में चौराहों पर ट्रैफिक पुलिस कर्मचारियों को दिनभर ड्यूटी बजानी पड़ रही है। सुबह 10 से लेकर शाम आठ बजे तक ट्रैफिक पुलिस के जवान चौराहों पर नजर आते हैं। कई चौराहों पर पुलिस कर्मचारियों के लिए धूप से बचने के लिए कोई व्यवस्था नहीं है। भीड़ को कंट्रोल करने में लगे पुलिस कर्मचारियों के सेहत की फ्रिक भी विभाग के अधिकारियों को नहीं है। इन परिस्थितियों में लोग अपने को सेफ रखने देसी नुस्खे अपनाने हैं।

स्पॉट एक: सीएस चौराहा

समय: दोपहर 12.52 बजे

इस चौराहे पर एक दीवान सहित आधा दर्जन पुलिस कर्मचारी की ड्यूटी लगती है। रेलवे स्टेशन की ओर जाने वाले प्रमुख रास्ते पर ट्रैफिक पुलिस कर्मचारियों के लिए धूप और बरसात से बचने का कोई इंतजाम नहीं है। दोपहर में जब आई नेक्स्ट टीम पहुंची तो कड़क धूप से पुलिस कर्मचारी इधर-उधर खड़े थे। कैमरा देखते ही एक होमगार्ड ट्रैफिक संभालने दौड़ पड़ा। बातचीत करने पर मालूम हुआ कि धूप से बचने के लिए वह लोग दिन में तीन से चार बार ग्लूकोज पीते हैं।

स्पॉट दो: धर्मशाला बाजार चौराहा

समय: दोपहर 01.17 बजे

गोरखनाथ मंदिर की ओर जाने वाले रास्ते पर ट्रैफिक पुलिस के दरोगा, दीवान सहित अन्य पुलिस कर्मचारियों की ड्यूटी लगती है। इस चौराहे पर धर्मशाला ओवरब्रिज के नीचे खड़े होने की पर्याप्त जगह मिलती है। इस चौराहे पर ड्यूटी करने वाले पुलिस कर्मचारियों को कम परेशानी उठानी पड़ती है। लेकिन तेज लू चलने पर यहां भी राहत नहीं मिलती। धूल और धुंआ झेलने वाले ट्रैफिक कर्मचारी गुड़ का शरबत और नीबू पानी पीकर ड्यूटी करते रहते हैं।

स्पॉट दो: काली मंदिर तिराहा

समय: दोपहर 01.32 मिनट

इस चौराहे पर ट्रैफिक पुलिस कर्मचारियों के काम करने के लिए कोई इंतजाम नहीं है। सीओ कैंट आफिस के सामने, इधर-उधर दुकानों की आड़ में पुलिस कर्मचारी खड़े होकर धूप से बचाव करते हैं। ट्रैफिक बढ़ने पर वह लोग तत्काल सड़क पर आ जाते हैं। एक सिपाही ने बताया कि इतनी तेज धूप में काफी मुश्किल होती है। लेकिन ड्यूटी करने के लिए धूप की परवाह नहीं की जाती है। वह सिपाही धूप से बचने के लिए प्याज का लेप माथे पर लगाता है।

स्पॉट चार: गणेश चौराहा

समय: दोहर 0.40 मिनट

गोलघर का सबसे पॉश चौराहा गणेश चौराहा है। यहां पर ट्रैफिक पुलिस कर्मचारियों के एक बूथ बना है। लेकिन धूप इतनी तेज हो रही है कि जरा सी ट्रैफिक हल्की होने पर पुलिस वाले दुकानों के नीचे चले जाते हैं। यहां ड्यूटी कर रहे कांस्टेबल ने बताया कि धूप से बचने के लिए दिनभर पानी पीते हैं। नमक और पानी की कमी न होने पाए इसके लिए घोल बना लेते हैं। कई बार आम का पना और गर्मी से लड़ने वाली दूसरी चीजें खाकर काम चलाते हैं।

रोजाना बीमार पड़ते पुलिस कर्मचारी

कड़ी धूप और प्रचंड गर्मी में बीमार पड़ने की शिकायत बढ़ने जा रही है। यह जानकारी सामने आई कि रोजाना किसी न किसी पुलिस कर्मचारी की तबियत खराब हो जाती है। लू लगने से सिरदर्द, बुखार, उल्टी, दस्त सहित कई अन्य प्रॉब्लम हो जाती है। इस हफ्ते तीन दरोगाओं और पांच सिपाहियों की तबियत बिगड़ चुकी है। ड्यूटी के प्रेशर में तबियत खराब होने पर बदन को आराम भी नहीं मिल पाता है। हालांकि डीजीपी ने धूप में ड्यूटी करने वाले पुलिस कर्मचारियों को एनर्जी ड्रिंक, ग्लूकोज, इलेक्ट्राल, बिस्कुट, पानी और डिहाईड्रेशन से बचाने वाली दवा देने का निर्देश दिया था। लेकिन यह व्यवस्था कहीं पर नजर नहीं आई।

यह उपाय अपनाते है पुलिस कर्मचारी

बदन को तरोताजा रखने वाले पेय पदार्थ पीते हैं।

त्वचा को झुलसने से बचाने के नारियल तेल लगाते हैं।

धूप से बचाव के लिए ग्लूकोज, नमक पानी का घोल पीते हैं।

नारियल का पानी, आम का पना और तरबूज खाते हैं।

वर्जन

जिन चौराहों पर बूथ का इंतजाम नहीं है। वहां पर बूथ बनाने की योजना चल रही है। सभी जगहों पर पंखे और लाइट्स भी लगाए जाएंगे। पुलिस कर्मचारियों को छाते दिए गए हैं। अन्य सुविधाओं की डिमांड की गई है।

आदित्य प्रकाश वर्मा, एसपी ट्रैफिक