-बैंक खातों में सब्सिडी बनी जी का जंजाल

-सब्सिडी के लिए 1100 उपभोक्ताओं के बैंक खाते नहीं हो सके लिंक

FATEHPUR: रसोई गैस की ऑनलाइन बुकिंग समस्या बन गई है। उपभोक्ताओं के बैंक खाते वेबसाइट से नहीं जुड़ पाने के कारण उपभोक्ताओं को रसोई गैस नहीं मिल पा रही है। परेशान उपभोक्ता बैंक व गैस एजेंसी के चक्कर काट रहे हैं। इसे लेकर गैस एजेंसी में विवाद की नौबत खड़ी हो रही है।

भारत गैस एजेंसी बकेवर में रसोई गैस उपभोक्ताओं की संख्या 7700 है। ऑनलाइन गैस बुकिंग के साथ सब्सिडी बैंक खातों में जाने की व्यवस्था लागू होने के बाद क्क्00 ऐसे उपभोक्ता हैं, जिनके आधार कार्ड सहित सभी कागजात बैंक में जमा हो चुके हैं। अब उनको ऑनलाइन गैस की बुकिंग करानी है। उनको गैस इस कारण नहीं मिल पा रही है कि उनके बैंक खाते अभी तक भारत पेट्रोलियम की वेबसाइट से नहीं जुड़ पाए हैं। जिस कारण उनकी सब्सिडी का मामला अटक रहा है। सबसे अधिक यह समस्या उत्तर प्रदेश पूर्वी बड़ौदा ग्रामीण बैंक की है। यहां के खाता धारक उपभोक्ता ही अधिक परेशान हैं। बैंक के वरिष्ठ शाखा प्रबंधक जगत पाल ने बताया कि उनकी बैंक में ब्00 फार्म गैस उपभोक्ताओं के आए थे। सभी फार्मो को फीड कर दिया गया है। यह दिक्कत उनके पास से नहीं है। कंट्रोलिंग से समस्या हो सकती है। भारत गैस एजेंसी के प्रबंधक अरुण कटियार ने बताया कि क्क्00 उपभोक्ताओं के बैंक खाते लिंक नहीं हो पाए हैं। इस कारण दिक्कत हो रही है। उपभोक्ताओं की परेशानी को देखते हुए बैंकों से सम्पर्क किया गया है।

ठंड के मौसम में रसोई गैस की खपत भी अधिक हो जाती है। खजुहा निवासी अनिल शुक्ल, विजय शंकर, असधना निवासी राजेंद्र वर्मा, अनिल हरदासपुर ने बताया कि कई दिनों से गैस सिलेण्डर के लिए दौड़ रहे हैं। हर बार यही बताया जा रहा है कि बैंक एकाउंट नहीं जुड़ पा रहा है। इस कारण दिक्कत आ रही है। कई दिनों से बराबर लौटाया जा रहा है।