सोमवार की सुबह पूरा बोरिंग कैनाल रोड इलाका गोलियों की तड़तड़ाहट से थर्रा उठा। इस गोलीबारी में वार्ड नम्बर 23 की कमिश्नर प्रभा देवी के देवर आशुतोष सिंह को गोली लगी। इस घटना के पीछे 50 लाख की रंगदारी का मामला सामने आया है। आशुतोष सिंह के जख्मी होने के बाद प्रभा देवी के समर्थक और स्थानीय लोगों ने दो वाहनों में आग लगा दी। बताया जाता है कि हमलावर इन्हीं गाडिय़ों से आये थे। बीच सड़क पर घंटों तांडव होता रहा लेकिन एसके पुरी थाने की पुलिस दो घंटे तक वहां नहीं पहुंची।

जमीन पर बनना है मॉल

बोरिंग कैनाल रोड में प्रभा देवी और उनके रिश्तेदारों की करीब साढ़े चार बीघा जमीन है। इसमें ज्यादातर जमीन पर अपार्टमेंट और मार्केट बन चुके हैं। करीब छह कट््ठा जमीन को मॉल बनाने के लिए दे दिया गया है। इसी जमीन पर बनी 45 दुकानों को खाली करवाया जा रहा है। मंडे की सुबह भी प्रभादेवी और उनके देवर आशुतोष उसी का जायजा ले रहे थे। इसी दौरान अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया।

पहले हुई झड़प

स्थानीय लोगों ने बताया कि स्कार्पियो से आये लोगों की आशुतोष सिंह से पहले बहस फिर मारपीट हुई। उसके बाद थोड़ी दूर जाने पर अपराधियों ने गोली चलानी शुरू कर दी। घटनास्थल पर छह राउंड गोलियां चलीं। एक गोली आशुतोष के पेट में लग गयी। दूसरी ओर से पत्थर चलाने पर वे भागने लगे।

प्रांजल अपार्टमेंट तक किया पीछा

आशुतोष के भाई अखिलेश सिंह सहित कुछ लोगों ने अपराधियों को खदेडऩा शुरू कर दिया। प्रांजल अपार्टमेंट तक पीछा किया लेकिन अपराधी भागने में सफल रहे। अखिलेश ने बताया कि हमला करने वालों में गिरिश सिंह, गुड्डू सिंह, प्रदीप सिंह और वीरू शामिल थे। सभी के पास लाइसेंसी रिवाल्वर थी। उसी से ताबड़तोड़ फायरिंग कर रहे थे।

मांग रहे थे रंगदारी

इस संबंध में प्रभा देवी का कहना है कि 50 लाख रुपए की रंगदारी मांगी जा रही थी। नहीं देने पर इस तरह की घटना को अंजाम दिया गया है। घटनास्थल पर सिटी एसपी किम, डीएसपी लॉ एण्ड आर्डर एलएम शर्मा, डीएसपी सचिवालय के के शर्मा के अलावा शास्त्रीनगर, एसके पुरी और बुद्धा कॉलोनी की पुलिस पहुंची थी। फायर ब्रिगेड की गाडिय़ों ने वाहनों में लगी आग बुझाई। पुलिस ने अपराधियों को अरेस्ट करने के लिए चार टीमें बनायी हैं, जो छापेमारी में लग चुकी हैं।