RANCHI : स्टेट के अपग्रेड हाईस्कूलों को टीचर्स के लिए अब इंतजार करना पड़ेगा। विधानसभा चुनाव की तिथियों के ऐलान के साथ आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है। ऐसे में अपग्रेड हाईस्कूलों में टीचर्स रिक्रूटमेंट प्रॉसेस पर ग्रहण लग गया है। गौरतलब है कि स्टेट गवर्नमेंट ने करीब नौ सौ मिडिल स्कूलों को अपग्रेड हाईस्कूल में तब्दील कर दिया है। इन स्कूलों में आठवीं से दसवीं क्लास में पढ़नेवाले बच्चों को पढ़ाने के लिए टीचर्स नहीं हैं। टीचर्स की नियुक्ति नहीं होने की वजह से इन स्कूलों में पढ़ाई प्रभावित हो रही है।

अगले साल होगी नियुक्ति

अपग्रेड हाईस्कूलों में अब नियुक्ति प्रक्रिया अगले साल शुरू हो सकती है। दरअसल, आरक्षण रोस्टर में पेंच की वजह से माध्यमिक शिक्षा निदेशालय ने शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया को टाल दिया है। माध्यमिक शिक्षा विभाग के आरक्षण रोस्टर से संबंधित प्रस्ताव पर कार्मिक विभाग ने आपत्ति जताई है और यह प्रस्ताव मानव संसाधन विभाग को वापस भेज दिया है। कार्मिक विभाग से नियुक्ति प्रस्ताव वापस आ जाने के बाद अब नई सरकार बनने के बाद ही इस बाबत कोई फैसला लिया जाएगा।

रिजल्ट अब अवकाश के बाद

रांची यूनिवर्सिटी में रिजल्ट पलिकेशन में लेटलतीफी का खामियाजा स्टूडेंट्स भुगत रहे हैं। एमसीए, एलएलबी और एमबीबीएस फाइनल ईयर के रिजल्ट में और विलंब होगा। यूनिवर्सिटी में छठ को लेकर ख्9 अक्टूबर तक अवकाश रहेगा। ऐसे में अब कम से कम एक वीक के बाद ही रिजल्ट निकलने की उमीद है। रिजल्ट में विलंब की वजह टेक्निकल अड़चन बताई जा रही है। दरअसल यूनिवर्सिटी के एग्जामिनेशन डिपार्टमेंट को अबतक कॉपीज के इवैल्यूएशन के उपरांत मा‌र्क्स ही नहीं मिले हैं। रिजल्ट प्रकाशन में हो रहे विलंब को लेकर स्टूडेंट्स ने पिछले दिनों जब यूनिवर्सिटी में हंगामा किया था तो छठ के पहले रिजल्ट पलिश करने का आश्वासन दिया था, पर रिजल्ट नहीं निकल सका और अब छठ का अवकाश घोषित हो गया है। दूसरी ओर एमबीबीएस स्टूडेंट्स ने करियर की दुहाई देते हुए एग्जामिनेशन कंट्रोलर से कहा था कि रिजल्ट में विलंब होने से एक साल बर्बाद हो जाएगा, लेकिन इसके बाद भी रिजल्ट निकालने के प्रति यूनिवर्सिटी गंभीर दिख नही रही है।