तो रद हो जाएगा शोधार्थी का पंजीकरण

रिसर्च की प्रोग्रेस रिपोर्ट संतोषजनक नहीं होने पर समिति करेगी सिफारिश

यूजीसी ने सभी कुलपतियों के नाम जारी की गाइड लाइन

vikash.gupta@inext.co.in

ALLAHABAD: अक्सर सुनने को मिलता है कि स्टूडेंट्स दाखिला तो शोध में लेते हैं, लेकिन पढ़ाई कोई और कर रहे होते हैं। इसमें सबसे अधिक संख्या प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वालों की है। उनका मकसद रिसर्च के पैसे से सरकारी नौकरी ढूंढ़ना होता है। अब यूजीसी ने रिसर्च की स्टडी बेहतर बनाने के लिए विश्वविद्यालयों को गाइड लाइन जारी की है।

छह माह में दें प्रगति रिपोर्ट

यूजीसी की ओर से जारी गाइड लाइन में कहा गया है कि शोधार्थी हर छह माह में शोध सलाहकार समिति के समक्ष उपस्थित होंगे। वहां उनका मूल्यांकन किया जाएगा। उन्हें शोध कार्य आगे बढ़ाने के लिए प्रगति रिपोर्ट देनी होगी। रिपोर्ट के आधार पर समिति उनका मार्गदर्शन करेगी। यदि शोधार्थी की प्रगति रिपोर्ट संतोषजनक नहीं हुई तो समिति इसका कारण दर्ज करते हुए उपचारात्मक उपाय सुझाएगी। यूजीसी का स्पष्ट निर्देश है कि यदि शोधार्थी ये उपाय करने में असफल रहता है तो समिति शोधकर्ता का पंजीकरण रद करने की सिफारिश कर सकती है।

प्रकाशित करें शोध पत्र

शोध प्रबंध/थीसिस जमा करने संबंधी निर्देश भी स्पष्ट किए गए हैं। कहा गया है कि थीसिस जमा करने से पूर्व शोधार्थी को संबंधित संस्थान की शोध सलाहकार समिति के समक्ष प्रस्तुति देनी होगी। समिति में सभी संकाय के सदस्यगण एवं अन्य शोधार्थी उपस्थित होंगे। यहां से प्राप्त फीड बैक का मसौदा तैयार कर थीसिस के साथ एड करना अनिवार्य होगा। पीएचडी रिसर्च स्कालर को थीसिस जमा करने से पूर्व कम से कम एक शोध पत्र जर्नल में प्रकाशित करना होगा। उन्हें किसी सम्मेलन या संगोष्ठी में कम से कम दो रिसर्च पेपर भी प्रस्तुत करना होगा।

शोध पर्यवेक्षक की भूमिका

संस्थान के शिक्षा परिषद की जिम्मेदारी होगी कि वह अपने साफ्टवेयर से पता लगाए कि शिक्षा संबंधि किसी भी प्रकार की साहित्यिक चोरी नहीं की गई है। इसके लिए थीसिस जमा करने से पूर्व रिसर्च स्कालर को हलफनामा देना होगा। तथापि शोध पर्यवेक्षक को भी अनुप्रमाणन स्वरुप एक प्रमाण पत्र निर्गत करना होगा, जिसमें यह आश्वासन दिया जाएगा कि किसी भी प्रकार की साहित्यिक चोरी नहीं की गई है। जहां यह शोध कार्य किया गया है। उसके अलावा कहीं और उपाधि या डिप्लोमा पाठ्यक्रम अवार्ड करने के लिए प्रस्तुत नहीं किया गया है।