माघ मेला में पहली बार बड़े स्तर पर चलाया जाएगा अभियान

गंगा सेना शिविर में मौनी अमावस्या से होगा पंच द्रव्य का वितरण

योग गुरु आनंद गिरि श्रद्धालुओं को दिलाएंगे गोरक्षा का संकल्प

ALLAHABAD: संगम की रेती पर जप-तप और अनुष्ठान के साथ ही सामाजिक सरोकार को लेकर भी संत-महात्माओं ने श्रद्धालुओं को जागरुक करने का बीड़ा उठाया है। जहां मोक्षदायिनी की निर्मलता को लेकर राजसूय यज्ञ चल रहा है। वहीं पहली बार पंच द्रव्य के जरिए गोरक्षा का अभियान भी शुरू होने वाला है। अभियान के अन्तर्गत श्रद्धालुओं में न सिर्फ दूध, दही, देशी घी, शक्कर व मेवा का वितरण किया जाएगा बल्कि इन पंच द्रव्य के साथ ही गोरक्षा का संकल्प भी दिलाया जाएगा।

27 से शुरू होगा अभियान

अभियान संगम नोज पर स्थित गंगा सेना के शिविर में 27 जनवरी से शुरू होगा। पंच द्रव्य वितरण का शुभारंभ अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष नरेन्द्र गिरि करेंगे। यह बसंत पंचमी तक चलता रहेगा। अमावस्या स्नान के दिन संगम नोज पर 50 हजार श्रद्धालुओं को पंच द्रव्य वितरित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।

बताएंगे पंच द्रव्य की महत्ता

अभियान की जिम्मेदारी योग गुरु आनंद गिरि के हाथों में रहेगी। शिविर के मुख्य द्वार पर मौनी अमावस्या से लेकर बसंत पंचमी तक गंगा सेना के दस सक्रिय सदस्य मौजूद रहेंगे। जो नियमित अंतराल पर श्रद्धालुओं को पंच द्रव्य की महत्ता बताएंगे। साथ ही द्रव्य का मिश्रण बनाकर उसे श्रद्धालुओं को वितरित किया जाएगा। इतना ही नहीं गोरक्षा का संकल्प दिलाने के साथ ही श्रद्धालुओं से अपील की जाएगी कि वे अपने आसपास के लोगों को गोरक्षा अभियान का हिस्सा बनाएं।

गोमाता हमारी सनातन संस्कृति की आधार हैं। उनकी सेवा करना हम सभी का कर्तव्य है। मेला क्षेत्र में पहली बार गोरक्षा के लिए पंच द्रव्य वितरण की व्यवस्था की जा रही है। श्रद्धालुओं को यह संकल्प भी दिलाया जाएगा कि अपने आसपास के लोगों को अभियान से जोड़ें।

योग गुरु आनंद गिरि, गंगा सेना शिविर