-- होली और चुनाव के चलते पड़ोसी राज्यों से बढ़ी तस्करी

- अन्य राज्यों की अपेक्षा यूपी में महंगी है शराब

- देशी शराब का अवैध कारोबार भी बढ़ा

LUCKNOW: होली और चुनाव के चलते जहां एक ओर अंग्रेजी शराब की तस्करी बढ़ गई हैं, वहीं देशी शराब का अवैध करोबार भी जोर पकड़ रहा है। इसके चलते पुलिस और आबकारी विभाग की छापेमारी शुरू हो गई है। सिर्फ लखनऊ में ही नहीं बल्कि आस-पास इलाकों में भी शराब की तस्करी जोरों पर है।

अवैध रूप से बन रही देशी शराब

लखनऊ में शराब व्यापारियों की माने तो होली और चुनाव के चलते जहां अंग्रेजी शराब की तस्करी बढ़ गई हैं वहीं अवैध रूप से देशी शराब भी बड़ी मात्रा में बनायी जा रही है। इस मामले की जानकारी जिला आबकारी अधिकारी को भी दी जा चुकी है। एक अन्य व्यापारी अशोक जायसवाल ने बताया कि हरियाणा से अंगे्रजी शराब यहां लाई जा रही है। दिल्ली में भी यूपी के मुकाबले अंग्रेजी शराब सस्ती है। ऐसे में वहां से भी काफी मात्रा में शराब लखनऊ लाई जा रही है। प्राइवेट गाडि़यों से लोग इसकी तस्करी कर रहे हैं। हाल यह है कि इसी के चलते फरवरी में इस साल अंग्रेजी शराब की खपत लखनऊ में कम हुई है।

व्यापारियों को लग रही चपत

शराब व्यापारी सुबोध सिंह ने बताया कि चुनाव आते ही शराब की खपत दोगुनी हो जाती है। हर साल हमारी सेल दोगुनी हो जाती थी, लेकिन इस बार अभी शराब की सेल नॉर्मल ही चल रही है। कई व्यापारियों ने बताया कि इससे सरकार के राजस्व का भी नुकसान हो रहा है।

इलेक्शन को लेकर विशेष सर्तकता बरती जा रही है। इलेक्शन तक यह अभियान लगातार चलते रहेंगे। इसके लिए पुलिस की मदद भी ली जा रही है।

- एलबी यादव

जिला आबकारी अधिकारी

पांच फरवरी: निगोंहा में दस लीटर समेत एक गिरफ्तार

आठ फरवरी: बंथरा में पांच लीटर सहित एक गिरफ्तार

नौ फरवरी: सरोजनी नगर में क्भ् लीटर सहित तीन गिरफ्तार

ख्म् फरवरी: मॉल में आठ लीटर सहित एक गिरफ्तार

चार मार्च: निगोंहा में एक गिरफ्तार

चलेगा अभियान

लोकसभा सामान्य निर्वाचन ख्0क्ब् को देखते हुए आबकारी विभाग ने अवैध बिक्री और निर्माण को रोकने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। इस विशेष प्रवर्तन अभियान के दौरान नौ मार्च से अब तक म्म्0 जगह छापे मारे गये और म्भ्फ्7लीटर अवैध शराब बरामद की गई। 7भ्भ् लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया जबकि किये गये तथा क्ब्9 लोगों को गिरफ्तार किया गया।

अंग्रेजी शराब की तस्करी जोरों पर है। यूपी में शराब महंगी है, जबकि अन्य जगह सस्ती। इस बारे में विभाग को भी सूचित किया जा चुका है। कैसरबाग और आलमबाग में इसका धंधा जोरों पर है। कच्ची शराब तो लखनऊ से सटे इलाकों में बनाई जा रही है।

केएल मौर्या

महामंत्री, लखनऊ शराब एससोसिएशन

लखनऊ में इस बार होली पर लगभग दस करोड़ रुपए की शराब खपत होने की उम्मीद है। पिछले साल होली के समय आठ करोड़ रुपए की शराब की खपत हुई थी।