- एक ही पीएनआर पर जारी होंगे कनेक्टिंग जर्नी के टिकट

- लेटलतीफी की वजह से ट्रेन छूटने पर रेलवे करेगा रिफंड

- जल्द लागू होगी व्यवस्था, तीन घंटे के अंदर करना होगा अप्लाई

GORAKHPUR: कंफर्म टिकट न मिलने की कंडीशन में ब्रेक जर्नी कर अपने डेस्टिनेशन तक पहुंचने वाले मुसाफिरों के लिए राहत की खबर है। अगर उन्हें ब्रेक जर्नी करनी है और कनेक्टिंग ट्रेन में टिकट बनवाना है, तो उन्हें एक साथ दो फॉर्म भरने की जरूरत नहीं पड़ेगी। रेलवे एडमिनिस्ट्रेशन ने कनेक्टिंग ट्रेंस के लिए एक ही पीएनआर नंबर जारी करने का फैसला किया है। इसके तहत अगर वह गोरखपुर से दिल्ली के सफर में पहले गोरखपुर से लखनऊ और फिर लखनऊ से दिल्ली का सफर कर रहे हैं, तो इसके लिए उन्हें एक ही पीएनआर नंबर अलॉट होगा। ऐसे में अगर उनकी पहली ट्रेन लेट हो जाती है और इसकी वजह से उनकी कनेक्टिंग ट्रेन छूट भी जाती है, तो आगे की जर्नी के पैसे उन्हें रिफंड मिल जाएंगे और उन्हें नुकसान नहीं उठाना पड़ेगा।

काउंटर और ई-टिकट दोनों पर सुविधा

रिफंड को लेकर ट्रेंस में यह सुविधा पैसेंजर रिजर्वेशन सिस्टम (पीआरएस) काउंटर और ई-टिकट के जरिए रिजर्वेशन कराने वाले पैसेंजर्स को मिलेगी। लेकिन इसके रिफंड के लिए अगर-अलग तरीके अपनाने होंगे। पीआरएस काउंटर से खरीदे गए टिकट के मामले में लेट होने वाली मुख्य ट्रेन की जर्नी जहां खत्म हो रही है, उसी स्टेशन पर तीन घंटे के अंदर क्लेम करना होगा। यह पीआरएस काउंटर पर ही वापस होंगे। वहीं ई-टिकट के मामले में करंट काउंटर पर तीन घंटे के अंदर मेन ट्रेन लेट होने का रीजन बताते हुए टीडीआर फाइल करना होगा।

जांच के बाद मिलेगा रिफंड

किसी वजह से करंट काउंटर अवेलबल न हो या बंद हो, तो उस कंडीशन में तीन दिन के अंदर उसी स्टेशन पर टीडीआर फाइल किया जा सकता है। संबंधित जोन के चीफ कॉमर्शियल मैनेजर (सीसीएम) या रिफंड ऑफिस जांच के बाद पूरा रिफंड पैसेंजर्स के खाते में ट्रांसफर करने का आदेश जारी करेगा। अभी तक एक के बाद दूसरी कनेक्टिंग ट्रेन पकड़ने वाले पैसेंजर्स को दोनों ट्रेन के लिए अलग-अलग पीएनआर से टिकट जारी होते थे। इससे रिफंड क्लेम करने में पैसेंजर्स को परेशानी होती थी। अब दोनों ट्रेन के लिए एक ही पीएनआर हो जाने से यह प्रॉब्लम खत्म हो जाएगी।

वर्जन

अगर मुसाफिर को कोई सफर जर्नी ब्रेक कर दूसरी कनेक्टिंग ट्रेन से करना है, तो उन्हें एक ही पीएनआर नंबर अलॉट किया जाएगा। ट्रेन लेट होने की कंडीशन में अगर पैसेंजर्स की कनेक्टिंग ट्रेन छूट जाती है, तो उन्हें निर्धारित समय में क्लेम करना होगा। जांच के बाद उसे रिफंड कर दिया जाएगा।

- संजय यादव, सीपीआरओ, एनई रेलवे