- एडवेंचर स्पो‌र्ट्स की दुनिया कई रिकॉर्ड बना चुके पद्मश्री अजीत बजाज ने एसपीएसईसी में छात्रों से संवाद किया

KANPUR: जीवन चुनौतियों का पर्याय है। स्टूडेंट्स को बड़ी सोच रखते हुए बड़े सपने देखने चाहिए। चुनौतियों का सामना आत्मविश्वास के साथ करना चाहिए। जितना ज्यादा संघर्ष करना पड़ेगा उतना ही ज्यादा हम मजबूती के साथ टारगेट को एचीव करने की दिशा में कदम बढ़ाएंगे। यह विचार सर पदमपत सिंहानिया एजूकेशन सेंटर में आयोजित प्रेरक सेशन में पद्मश्री अजीत बजाज ने व्यक्त किए।

छोटे छोटे प्रयास से बड़ी भूमिका

एडवेंचर स्पो‌र्ट्स की दुनिया में चर्चित पद्मश्री अजीत बजाज के नाम एक साल में उत्तरी व दक्षिणी ध्रुव का सफर तय करने का रिकॉर्ड दर्ज है। साल 2010 में उन्हें हाल ऑफ फेम सम्मान मिल चुका है। एसपीएसईसी में आयोजित प्रेरक सेशन का इनॉग्रेशन करने के बाद मुख्य वक्ता अजीत बजाज ने कहा कि फिजिकल डेवलपमेंट पर सभी स्टूडेंट्स को ध्यान देना चाहिए। आगे बढ़ने के लिए टीम वर्क बहुत जरूरी है। टीम वर्क की वजह से ही मैंने बेटी दिया बजाज के साथ माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराया था। यह सफलता हासिल करने वाले पहले भारतीय पिता-पुत्री का रिकार्ड भी अजीत बजाज के नाम दर्ज है। अजीत ने बच्चों को पर्यावरण संरक्षण के प्रति प्रेरित करते हुए कहा कि छोटे छोटे प्रयासों से ही हम बड़ी भूमिका निभा सकते हैं। टीचर शैली निगम ने अतिथियों का स्वागत किया। प्रिंसिपल भावना गुप्ता व मैनेजर आशीष भार्गव ने मुख्य वक्ता को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।