-14 सालों में 1090 दिनों की आदर्श आचार संहिता

-त्रि-स्तरीय पंचायत चुनावों में 167 दिन आचार संहिता

-स्थानीय निकाय चुनाव में 76 दिनों तक रही प्रभावी

DEHRADUN : चुनाव आयोग और राज्य निर्वाचन आयोग के आंकड़ों पर नजर डालें तो उत्तराखंड गठन के बाद से लेकर अब तक राज्य में करीब दो दर्जन बार चुनाव की आदर्श आचार संहिता प्रभावी रही है। दिनों के हिसाब से यह आंकड़ा 1090 दिनों तक पहुंचता है। ये आचार संहिता लोकसभा, विधानसभा, स्थानीय निकाय व त्रिस्तरीय पंचायत चुनावों के शामिल रहे हैं। आंकड़ों के अनुसार इन सभी आदर्श आचार संहिता में छह बार लोकसभा व विधानसभा के जनरल इलेक्शन की, 12 बार लोकसभा व विधानसभा बाई-इलेक्शन की, तीन बार निकाय चुनाव की, चार बार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव की आदर्श आचार संहिता प्रभावी रही है।

विकास के काम में पड़ा असर

दिनों के हिसाब से साल की बात जाए तो 14 सालों में 3 साल केवल प्रदेश में चुनाव को लेकर आदर्श आदर्श संहिता प्रभावी रही। ऐसे में विकास के काम कितने प्रभावित हुए होंगे। उस पर उत्तराखंड जैसे नवोदित राज्य में जब क्षेत्र के विकास की जरूरत महसूस हो रही हो, तो काफी हद तक लोकतंत्र में चुनाव प्रक्रिया भी विकास कार्यो में आड़े आ जाना महसूस होता है, लेकिन यह तो लोकतंत्र है। चुनाव तो होने हैं और हर वोटर को वोट का अधिकार है।

लोस व विस चुनाव में सबसे ज्यादा

अब तक दो त्रि-स्तरीय पंचायत सामान्य निर्वाचन में तीन महीने 25 दिन की आचार संहिता लागू रही। 12 जिलों के अलावा अकेले हरिद्वार में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव संपन्न कराए जाते हैं। जाहिर है कि हरिद्वार में पंचायत चुनावों के लिए दो महीने 19 दिन आचार संहिता प्रभावी रही, जबकि प्रदेश में तीन बार स्थानीय निकाय चुनाव संपन्न हुए। इनमें दो महीने आठ दिन आचार संहिता प्रभावी रही। सबसे ज्यादा लोकसभा व विधानसभा के इलेक्शंस के दौरान 27 महीने 19 दिन मॉडल कोड ऑफ कंडक्ट प्रभावी रही।

ऐसे प्रभावी रही आदर्श आचार संहिता

-विधानसभा निर्वाचन 2002--60 दिन।

-रामनगर उप चुनाव--27 दिन।

-नैनीताल उपचुनाव-47 दिन।

-लोकसभा चुनाव 2004--43 दिन।

-उप चुनाव द्वाराहाट--28 दिन।

-कोटद्वार उप चुनाव--28 दिन।

-विधानसभा चुनाव 2007--58 दिन।

-टिहरी उपचुनाव--32 दिन।

-धूमाकोट उपचुनाव--29 दिन।

-बाजपुर विधानसभा स्थगित चुनाव--38 दिन।

-पौड़ी उप चुनाव--28 दिन।

-लोकसभा चुनाव--71 दिन।

-कपकोट उपचुनाव--39 दिन।

-विकासनगर उपचुनाव--32दिन।

-विधानसभा सभा चुनाव 2012--70 दिन।

-सितारगंज उप चुनाव--33 दिन।

-लोकसभा चुनाव 2014--61 दिन।

त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव

-2003 त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव--37 दिन।

-हरिद्वार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव--36 दिन।

-त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2008--47 दिन।

-हरिद्वार त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव 2011--47 दिन।

स्थानीय निकाय चुनाव

-स्थानीय निकाय चुनाव 2003--21 दिन।

-स्थानीय निकाय चुनाव 2008--33 दिन।

-स्थानीय निकाय चुनाव 2013--22 दिन

(सोर्स:- केंद्रीय व राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा। इसमें दिनों की संख्या में बदलाव हो सकता है.)