शिक्षण और कानून व्यवस्था में सुधार लाने के लिए रिटायर्ड कर्मचारियों का सहयोग लिया जाएगा। इसके लिए यूपी बोर्ड के तहत जून में शिक्षकों का एक पूल बनाया जाएगा। वहीं, दूसरी ओर रिटायर्ड पुलिस अधिकारी पुलिसकर्मियों को पर्सनॉलिटी डेवलपमेंट और जनता से बेहतर व्यवहार की सीख देंगे।

सेवानिवृत्त शिक्षक कराएंगे कोर्स पूरा

यूपी बोर्ड बनाएगा शिक्षकों का पूल

450 रिक्त पदों के लिए मांगे गए आवेदन

120 आवेदन आए हैं इन पदों के लिए

40 फीसदी शिक्षकों द्वारा ही हो रहा शिक्षण कार्य

402 कुल गर्वमेंट, एडिड व अनएडिड स्कूल मेरठ में

60 फीसदी शिक्षकों की कमी है स्कूलों में

मैथ्स, हिंदी, इंग्लिश और सामाजिक विज्ञान के टीचर्स कम

20 हजार रुपये रिटायर्ड प्रिंसिपल व 15 हजार रुपये सहायक शिक्षक को मिलेंगे

Meerut। यूपी बोर्ड के स्कूलों में टीचर्स की कमी को देखते हुए शासन ने नया फॉर्मूला निकाल लिया है। पटरी से उतरते सिलेबस को समय से पूरा कराने के लिए अब रिटायर्ड टीचर्स और प्रिंसिपल की मदद ली जाएगी। इसके लिए विभाग ने आवेदन प्रक्रिया भी शुरू करा दी है। 450 रिक्त पदों के एवज में करीब 120 आवेदन आए हैं।

यह है स्कूलों में स्थिति

स्कूलों में शिक्षकों की भारी कमी चल रही है। सभी स्कूलों में मिलाकर मात्र 40 प्रतिशत शिक्षकों से ही काम चलाया जा रहा है। विभाग के पास अधिकतर शिक्षक वित्तविहीन व्यवस्था के अंर्तगत काम कर रहे हैं। ऐसे में स्कूलों में स्टूडेंट्स का सिलेबस समय रहते पूरा नहीं हो पाता है। ऐसे में विभाग रिटायर्ड प्रिंसिपल और शिक्षकों का पूल तैयार करने की कवायद में जुट गया है।

यह होगा फायदा

स्कूल में सिलेबस पूरा न होने की वजह से स्टूडेंट्स को ट्यूशन और कोचिंग का सहारा लेना पड़ता है। इस योजना के बाद नियुक्त शिक्षक स्पेशल क्लासेज लेंगे, जिससे समय रहते सिलेबस पूरा किया जा सके। एग्जाम के दौरान अनुभवी होने के नाते यह शिक्षक बच्चों को टिप्स भी देंगे।

हमने सभी स्कूलों से लिस्ट मंगाई हैं। इसके अलावा ओपन आवेदन प्रक्रिया शुरू की गई है। जल्द ही पूल बनाने की प्रक्रिया तैयार की जाएगी।

गिरजेश कुमार चौधरी, डीआईओएस, मेरठ

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हेडिंग- रिटायर्ड पुलिस अधिकारी देंगे ट्रेनिंग

- अपने अनुभव को साझा करेंगे रिटायर्ड पुलिस अधिकारी

- पर्सनॉलिटी डेवलपमेंट की भी देंगे सीख

- 141 रिटायर्ड एएसपी, डीएसपी व इंस्पेक्टर हैं जिले में

आई एक्सक्लूसिव

मनोज बेदी

मेरठ। पर्याप्त अवकाश न मिलना, चौबीस घंटे की ड्यूटी करना, परिवार को पर्याप्त समय न दे पाना, अन्य नौकरी के मुकाबले कम वेतनमान आदि समस्याएं पुलिसकर्मियों के लिए परेशानी का सबब बनी हुई हैं। इतना ही नहीं इन परेशानियों के चलते युवा पुलिसकर्मी सबसे ज्यादा डिप्रेशन का शिकार हो रहे हैं। इस स्थिति में सुधार लाने के लिए पुलिसकर्मियों को अब रिटायर हो चुके पुलिस अधिकारियों से ट्रेनिंग दिलाई जाएगी।

रिटायर अधिकारी बांटेंगे अनुभव

एसपी सिटी श्रीप्रकाश द्विवेदी ने बताया कि जिले में करीब 141 रिटायर्ड एएसपी, डीएसपी व इंस्पेक्टर है। इसके साथ 250 के करीब दरोगा व पुलिसकर्मी हैं, जिन्होंने पुलिस की नौकरी के दौरान आने वाली सभी समस्याओं से जूझते हुए अपनी पुलिस की नौकरी ईमानदारी से की है। उन पुलिस अधिकारियों से जिले में तैनात पुलिसकर्मियों को ट्रेनिंग दिलाई जाएगी। जिसमें रिटायर्ड पुलिस अधिकारी अपने अनुभव पुलिसकर्मियों के साथ बांटेंगे। इसके साथ उन्हें जनता के साथ कैसा व्यवहार करना है उन्हें यह भी सिखाया जाएगा।

पुलिसलाइन में चलेगी ट्रेनिंग

एसपी सिटी श्री प्रकाश द्विवेदी ने बताया कि यह पुलिसकर्मियों की ट्रेनिंग पुलिसलाइन में हर हफ्ते कराई जाएगी। जिसमें थानों में तैनात इंस्पेक्टर, दरोगा व सिपाहियों को अलग-अलग ट्रेनिंग दी जाएगी। इतना ही नहीं पुलिसकर्मियों को पुलिस की नौकरी में आने वाली समस्याओं से छुटकारा पाने के गुण भी सिखाए जाएंगे।